नई दिल्लीः राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने मंगलवार को आरएसएस प्रमुख छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में अंबिकापुर के कार्यालय में स्वयंसेवकों के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि देश में रहने वाला प्रत्येक व्यक्ति एक हिंदू है और सभी भारतीयों का डीएनए एक समान है. आगे उन्होंने कहा कि किसी को भी अनुष्ठान करने के अपने तरीकों को बदलने की जरूरत नहीं है. हम लगातार इस दिशा में प्रयास कर रहे हैं कि चाहे कोई किसी भी धर्म, संस्कृति, भाषा और खान-पान या विचारधारा से हो वो सभी हिन्दू हैं.
साथ ही उन्होंने विविधता में एकता की बात बताई कि भारत की ये सदियों पुरानी विशेषता है. हिन्दुत्व पूरी दुनिया का एकमात्र विचार है जो सभी को एकसाथ लेकर चलने में विश्वास करता है. मोहन भागवत ने आगे कहा, जब आरएसएस की स्थापना हुई थी तब से मैं इस बात को जोर देकर कह रहा हूं कि भारत में रहने वाला हर कोई हिंदू है, जो लोग भारत को अपनी मातृभूमि मानते हैं और इन विविधताओं के बावजूद एकता की संस्कृति में भरोसा रखते हुए साथ में रहना चाहते हैं वो हिन्दू हैं.
मोहन भागवत ने संघ के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए आगे कहा, संघ का काम व्यक्तिगत और राष्ट्रीय चरित्र का निर्माण करना और लोगों में एकता लाना है. उन्होंने सभी के विश्वास का सम्मान करने पर जोर दिया और कहा कि सभी भारतीयों का डीएनए एक समान है और उनके पूर्वज एक ही थे. उन्होंने आगे कहा कि हर भारतीय जो 40,000 साल पुराने अखंड भारत का हिस्सा है, उसका डीएनए एक है.