वाराणसीः रेलवे द्वारा ताज महोत्सव मे रेल प्रदर्शनी 20 फरवरी से 01 मार्च तक लगाई जा रही है. इस रेल प्रदर्शनी को रेल निहारिका नाम दिया है. जिसका मंडल रेल प्रबंधक, आगरा आनन्द स्वरूप द्वारा ताज महोत्सव मेले में स्थापित रेल प्रर्दशनी का फीता काटकर शुंभारंभ किया गया. मंडल रेल प्रबंधक द्वारा मेले में लगी रेल प्रदर्शनी से सम्बंधित थीम व अन्य प्रदर्शन सामग्री का विस्तृत विश्लेषण किया और कहा कि रेल प्रदर्शनी सैलानियों के लिए एक आकर्षण का केंद्र बना है. बरेका के जनसंपर्क अधिकारी राजेश कुमार ने मेले में लगी रेल प्रदर्शनी से सम्बंधित थीम व अन्य प्रदर्शन सामग्री का विस्तृत जानकारी उपस्थित सैलानियों के समक्ष प्रस्तुत किया. जिसकी सभी उपस्थित सैलानियों द्वारा भूरि भूरि प्रशंसा की गयी.
जिसमे विभिन्न विभाग द्धारा प्रदर्शित रेल मॉडल तथा फोटो गैलरी भी सजाई गयी है और रेलवे के प्राचीन इतिहास से लेकर वर्तमान इतिहास को फोटो गैलरी के माध्यम से दर्शाया गया है. इस प्रदर्शनी में मुख्यत: बनारस रेल इंजन कारखाना द्वारा निर्मित किए जा रहे लोको संबंधित डिस्प्ले पोस्टर्स, पम्पलेट के माध्यम से आगंतुकों को अवगत कराते हुए विभिन्न प्रकार के डीजल एवं विद्युत रेल लोको मॉडल को दर्शाया गया है. जो ताज महोत्सव में आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. मेले में स्क्रैप से बनाए गए मॉडल में भोलू गार्ड, विस्टाडोम कोच, ब्लैक ब्यूटी स्टीम इंजन मॉडल सहित संरक्षा सम्बंधित प्रदर्शन ने सभी सैलानियों का मन मोह रहे है. वैसे भी रेल सभी जनमानस हेतु एक महत्वपूर्ण तथा अभिन्न अंग है.
इस बात को ध्यान में रखते हुए रेल प्रदर्शनी में स्टीम इंजन काल से इलेक्ट्रिक इंजन तक के विस्तार के साथ साथ, नए भारत के नए व पुनर्विकसित स्टेशन भी दर्शाए गए हैं. एल ई डी वॉल के माध्यम से भी हर संभव जानकारी सैलानियों के मध्य साझा करने का उत्तम प्रयास किया गया है. प्रदर्शनी में दर्शको हेतु वतर्मान एवं भविष्य के साथ महत्वपूर्ण, उपयोगी जानकारियों को दर्शाया गया है. भारत की अत्याधुनिक व तीव्रतम गति से सचालित होने वाली वंदे भारत ट्रेन का वर्किंग बच्चों के साथ दर्शकों में आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. इसके साथ सिवरेज ट्रीटमेंट का मॉडल के साथ ही बच्चों के वैज्ञानिक दृष्टिकोण को विकसित करने वाले उपकरण भी दर्शकों में कौतूहल उत्पन्न कर रहे है. इस प्रदर्शनी मे रेलवे द्वारा विभिन्न कट आउट लगाए गए है जिनमे लोगों मे सेल्फ़ी लेने का क्रेज देखा गया.