Shaurya News India
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विश्व एवं समाज में हरियाली, सुरक्षा व अवसर बढ़ाने के लिए एक मजबूत शिक्षा प्रणाली की आवश्कता होती है। पूरे विश्व की उन्नति, अर्थव्यवस्था, हरियाली एवं अच्छा भविष्य, शिक्षित समाज के मूल्यों एवं कौशल पर निर्भर करता है। अच्छी शिक्षा पद्धति ही इन लक्ष्यों को बड़े स्तर पर प्राप्त करने के लिए सही मार्ग उपलब्ध कराता है। यह सिद्ध हो चुका है कि शिक्षा ही पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ाती है।
जुलाई 2023 में जी ई पी यूनेस्को ने चार ऑनलाइन सेशनस का आयोजन किया। जिसमें विश्व के विभिन्न देशों के 200 लोगों ने भाग लिया।
इस मीटिंग का उद्देश्य जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए शिक्षा में बदलाव की कार्रवाई में तेजी लाने के लिए थी।  एक बार चर्चा और अनुमोदन के बाद, इन संयुक्त वकालत संदेशों को COP28 में प्रमुख वकालत कार्यक्रमों के दौरान प्रचारित किया जाएगा, जिसमें ग्रीनिंग एजुकेशन पार्टनरशिप की पहली वार्षिक बैठक भी शामिल है। भारत देश से श्री रविशंकर तिवारी (संस्थापक, मुनि पब्लिक स्कूल) ने इसमें भाग लिया। उन्होंने बताया कि मुनि पब्लिक स्कूल यूनेस्को के सतत विकास लक्ष्यों या वैश्विक लक्ष्यों पर काम कर रहा है।

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