Shaurya News India
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वाराणसीः रोहनिया में ट्रांसपोर्ट नगर बसाया जाने को लेकर जमीन अधिग्रहण करने के दौरान हुए बवाल और पथराव में कई अधिकारी पुलिसकर्मी और किसान घायल हो गए थे। वही कई किसानों को हिरासत में लिया गया हैं, तो कई किसानों की तलाश जारी हैं। वही अब इसपर सियासत भी तेज हो गई हैं। आज पुलिस कमिश्नर कार्यालय पहुंचे विपक्ष के पार्टी के तमाम नेताओं ने अपर पुलिस आयुक्त संतोष कुमार सिंह को ज्ञापन सौंपा है। और मांग किया है कि जो किसानों को हिरासत में लिया गया उन्हें पुलिस जल्द से जल्द छोड़ा जाए, और फर्जी तरीके से जिनका नाम डाला जा रहा है उनके नाम को हटाया जाए।

इस दौरान विपक्ष के नेताओं द्वारा पुलिस प्रशासन पर कई गंभीर आरोप लगाए गए। कांग्रेस के प्रांतीय अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र है, और जिस तरह से रोहनिया में महिलाओं लड़कियों को बुरी तरीके से पुरुष पुलिस कर्मियों ने मारा है, गांव वालों के साथ अन्याय अत्याचार किया जा रहा है गांव के ही पूर्व प्रधान चार धाम पर गए थे वह कल लौटे हैं उनका भी नाम नामजद किया गया है। कई लोगों के फर्जी तरीके से ना हम डाले गए हैं, यह पूरी तरीके से पुलिसिया तांडव और डबल इंजन की सरकार की तरफ से जनता को तोहफा दिया जा रहा है।


वही समाजवादी पार्टी की नेता रीबू श्रीवास्तव ने कहा कि सबसे दुर्दशा तब हुई जब महिलाओं और लड़कियों को घसीट घसीट कर पुलिस वालों ने पीटा। जब वहां महिला पुलिसकर्मी नहीं थी तो इन पुलिसकर्मियों को महिलाओं को पीटने का अधिकार किसने दिया। उनका जो किसान को जेल में बंद किया गया है उनको छोड़ा जाए और फर्जी तरीके से मुकदमे जो लगाया जा रहा है उसे वापस लिया जाए।

रिपोर्ट- अनंत कुमार

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