अयोध्याः श्रीरामजन्मभूमि स्थायी सुरक्षा समिति की बैठक की गई जिसमें श्रीरामजन्मभूमि की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बात कि गई तथा कई बिंदुओं पर चर्चा हुई. बैठक में यह बात तय हुआ कि सुरक्षा में मैन पॉवर का इस्तेमाल कम, जबकि आधुनिक तकनीक का ज्यादा इस्तेमाल होगा.
बैठक रामघाट स्थित कार्यशाला में सुबह करीब 11:30 बजे शुरू हुई. एडीजी सुरक्षा वीके सिंह ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि सरकार द्वारा इसके लिए विशेष सुरक्षा बल का गठन किया गया है. रामजन्मभूमि सहित धार्मिक स्थलों की सुरक्षा एसएसएफ के हवाले हो जाएगी. बताया कि बैठक में रामजन्मभूमि सहित पूरी अयोध्या की सुरक्षा पर मंथन किया गया. साथ ही कहा कि राममंदिर की सुरक्षा अभेद्य बनाई जाएगी. फिलहाल जो सुरक्षा है वह भी पर्याप्त है, लेकिन भविष्य में श्रद्धालुओं के बढ़ने की संभावना को देखते हुए सुरक्षा का नया खाका तैयार किया जा रहा है.
वहीं, दीपोत्सव समारोह में प्रधानमंत्री के आने की संभावनाओं को देखते हुए यहां पर भारी संख्या में सुरक्षाकर्मियों को बुलाया जा रहा है. इनको ठहराने के लिए एसएसपी प्रशांत वर्मा ने जनपद के 50 विद्यालयों को अधिगृहीत किया है, इन विद्यालयों में 20 से 24 अक्तूबर तक सुरक्षाकर्मी रहेंगे.
इस दौरान बैठक में श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय, डीआईजी अमरेंद्र सिंह, एसएसपी प्रशांत वर्मा, ट्रस्टी डॉ. अनिल मिश्र समेत एडीजी जोन ब्रजभूषण, एसपी सुरक्षा पंकज पांडेय सहित सीआरपीएफ, पीएसी, आईबी व एलआईयू के अधिकारी मौजूद रहे.