वाराणसीः वाराणसी सहीत ग्रमीण क्षेत्रो में भी इस बार बड़े पैमाने पर देव दीपावली बड़े ही धूम से मनाई गई. शिव की नगरी काशी में कार्तिक पूर्णिमा को देव दीपावली का महा पर्व बड़े ही धूम धाम मनाया जाता है. मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव के त्रिपुरासुर नामक दानव का वध किया था. वहीं, त्रिपुरासुर के वध पर सभी देवी देवताओं ने काशी में दीप जलाए थे. तबसे लेकर यह परंपरा लगातार चली आ रही है.
वहीं, इस धर्म की नगरी काशी में यूं तो हर त्यौहारों बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है लेकिन देव दीपावली एक ऐसा महापर्व है जिसका इंतजार काशी ही नहीं बल्कि देश और दुनिया के लोग साल भर का इंतजार करते हैं देव दीपावली का महापर्व कार्तिक पूर्णिमा पर मनाया जाता है.
ग्रामीण क्षेत्रो में इस पर्व पर इसकी अलग छटा देखने को मिलता है जिसमे नगर पंचायत गंगापुर में देव स्थानों को साफ सफाई कर 51 हजार दीयों और रंगोलियों से मंदिरों सहित पूरे नगर को भव्य तरीके से सजाया जाता है और साथ ही हनुमान जी का भव्य श्रृंगार कर सुंदर कांड व भंडारे का आयोजन किया जाता है.
देव दीपावली की शाम मानो ऐसा लगता है कि धरती पर चांद सितारे उतर आए हो हजारों दीयों की टीमटीमाहट के बीच अलौकिक रोशनी से नहाए यह राम जानकी व रामदयाल मन्दिर ,गंगापुर गोला बाजार,काली मंदिर,भास्करा तालाब, भैरवनाथ तालाब, शिव मंदिर,नंगई साव तालाब, शुल्टकेश्वर मन्दिर,सहित पूरे नगर को दियो और रंगोलियों से भव्य तरीके से सजया गया. जिससे देख कर नगरवासी काफी उत्साहित होते है.
वहीं पुलिस प्रशासन द्वारा भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं जिससे कि कोई अप्रिय दुर्घटना ना हो सके. कार्यक्रम मूल रूप से समस्त चौकी प्रभारी ब्रह्मदत्त मिश्रा, नगर अध्यक्ष दिलीप सेठ, अधिशासी अधिकारी अजित कुमार सिंह, समाज सेवक अरविंद मौर्या उर्फ गांधी, सभासद चरनदास गुप्ता, सभासद राजेश केसरी, अरुन केसरी, अभिषेक यादव उर्फ डीएम, प्रियांशू अग्रहरी, पटवा, प्रिंस अग्रहरी, हर्षिता अग्रहरी, इसिका अग्रहरी,शिवानी अग्रहरी,राधिका ठठेरा, लवली अग्रहरी प्रतिष्ठित व्यापारी राजेश जैन सहित नगरवासी मौजूद रहे.