बांदाः राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज अतर्रा के छात्र-छात्राओं ने हॉस्टल की मांग को लेकर प्रदर्शन किया बता दें कि राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज होने के बावजूद यहां के छात्र-छात्राएं बदहाली का दंश झेल रहे.
बांदा के अतर्रा कस्बे में राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज एवं चिकित्सालय खुला हुआ है. लेकिन सरकारी कॉलेज होने के बावजूद भी यहां पर व्यवस्थाएं बिल्कुल निम्न स्तर की हैं. राजकीय कॉलेज में छात्रावास ना होने की वजह से यहां के छात्र बाहर रहने को मजबूर हैं. कल अतर्रा कस्बे की एक बिल्डिंग में आग लग गई जिसमें 3 छात्र बाल बाल बचे है. जिसके बाद आक्रोशित छात्रों ने आज राजकीय कालेज के बाहर बैठकर के अनशन किया और कहा कि यहां पर एक छात्रावास खुला होना चाहिए. छात्रावास ना होने की वजह से यहां के छात्र-छात्राएं बाहर किराए से कमरा लेने को मजबूर हैं. और उनके साथ आए दिन अभद्रता होती है. ऐसे में उनका पठन-पाठन कर पाना बड़ा ही मुश्किल हो गया है.
रिपोर्ट- सुनील यादव