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अयोध्या एक पुरानी कहानी हैं की जाको रखे सईया मार सके ना कोय कुछ इसी तरह वाक्या बुधवार को अयोध्या जिला चिकित्सालय से सामने आया जहां एक 82 वर्षीय  महिला जिसका गिरने से उसका दाहिना कुलहा फैक्चर हो गया था वहीं आर्थिक रूप से परेशान होने के कारण अपनी मां का इलाज कराने के लिये तैयार नहीं था तो उन्होंने अपनी मां को अयोध्या के जिला अस्पताल मे भर्ती कराया.

जहां डाक्टर ने उन्हें मेडिकल कालेज से आपरेशन कराने की सलहा दी परन्तु पैसों की तंगी के चलते उन्होंने इसी अस्पताल मे आपरेशन कराने की इच्छा जताई। जिसपर वरिष्ठ अर्थो सर्जन व प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ. सीबीएन त्रिपाठी ने परिजनों से बताया की इनका ऑपरेशन यहां के बजाय किसी बड़े अस्पताल मे कराये।

उन्होंने बताया की उस पर श्री त्रिपाठी ने अपने अधीनस्थ बेहोशी के चिकित्सक से सलाह कर परिवार को बताया की माता  के ऑपरेशन मे बड़ा रिस्क हैं। फिर भी परिवार हर रिस्क से सहमति जताते हुये डाक्टरो के  ऑपरेशन कराने की सहमति जताई तब उसका बुधवार को ऑपरेशन किया गया।

वहीं डाक्टर त्रिपाठी ने बताया की सहयोगी चिकित्सक डॉ. उत्तम कुमार के साथ मिलकर मैने ऑपरेशन शुरू किया। ऑपरेशन के बाद श्री त्रिपाठी ने अपने सहयोगी चिकित्सक व ओटी स्टॉफ को इस सफल ऑपरेशन पर सभी को बधाई दिया और ओटी मे मिष्ठान का वितरण कर ख़ुशी का इजहार किया। उन्होंने बताया की इतनी उम्र की महिला व भी जिसे दिल की बीमारी हो उसका ऑपरेशन करना किसी भी चिकित्सा के लिये किसी चुनौती से कम नहीं होता।

उसपर भी मरीज के परिजन को भी हिम्मत करना पड़ेगा। जैसा की इस ऑपरेशन मे देखने को मिला इसमें अगर परिवार की हिम्मत व सहमति न होती तो ऑपरेशन करना मुश्किल था। उन्होंने ऐसे श्याम रखने वाले परिजनों को भी सफल ऑपरेशन पर बधाई दिया। बीमार मरीज 82 वर्षीय कैलाश देवी निवासनी चौर बाजार थाना हैदरगंज जिला अयोध्या के सफल ऑपरेशन की खबर सुनते ही सीएमएस के फोन पर फोन आने लगे जिसपर केवल बधाई देने वाला ताँता लगा रहा।

 

रिपोर्ट क्षितिज साधवानी

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