चकिया/ शहाबगंजः चकिया तहसील के शहाबगंज थाना क्षेत्र के अंतर्गत बड़गांवा गांव में उस समय अफरातफरी मच गई जब 25केवी क्षमता का ट्रांसफार्मर अचानक धू-धू कर जलने लगा. तेज आवाज के साथ आग की लपटें उठती देख कर मौके पर भगदड़ मच गई. अनहोनी से बचने के लिए लोग अपने वाहन व सामान आदि लेकर भागने लगे. विस्फोट होने की आशंका में लोग तेजी से दूर हो गए.
स्थानीय लोगों ने बिजली विभाग के कर्मचारियों व अधिकारियों को सूचना देने का प्रयास किया, लेकिन शहाबगंज बिजली घर का सिम बीएसएनएल का होने से फोन नहीं लगा. इसके चलते करीब आधे घंटे तक ट्रांसफॉर्मर धू-धू कर जलता रहा. आपूर्ति बाधित होने के बाद आग नियंत्रित हो सकी. ट्रांसफार्मर से उठ रहीं लपटों के चलते नहर की तरफ जाने वाले मार्ग पर आवागमन भी बाधित रहा. साथ ही आस पास करीब तीस घरों की आपूर्ति बाधित हो गई. बड़गांवा नहर के पूरब साइड में उस समय अफरातफरी मच गई जब नहर के पास स्थापित 25 केवी के ट्रांसफार्मर के ऊपर लगे तार से स्पार्किंग होने लगी. देखते ही देखते आग की बड़ी-बड़ी लपटें उठने लगीं. आसपास के ग्रामीणों अनहोनी से बचने के लिए उधर से गुजरने वाले लोगों को सावधान करने लगे. इसकी सूचना विद्युत कर्मियों व अधिकारियों को देने का प्रयास किया, लेकिन बिजली घर का सिम बीएसएनएल की होने की वजह से फोन नहीं लगा. देखते ही देखते ट्रांसफार्मर आग के गोले में तब्दील हो गया. आग की लपटें इतनी विशाल थीं कि ऊपर के तारों तक को जला दिया.
आग की लपटें देख कर लोगों में दहशत फैल गई. ट्रांसफार्मर में विस्फोट होने के भय से लोगों ने मौके से निकल जाने में ही भलाई समझी. करीब आधे घंटे तक ट्रांसफार्मर धू-धू कर जलता रहा. आपूर्ति बाधित होने के बाद स्वयं ही आग नियंत्रित हो गई. ट्रांसफार्मर फुंक जाने के बाद करीब बीस घरों की विद्युत आपूर्ति ठप पड़ गई. आपूर्ति बाधित होने से लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा. फोन न लगने से लोगों में गुस्सा दिखा. लोगों का आरोप था कि समय से फोन लग जाता और आपूर्ति बंद कर दी जाती तो ट्रांसफार्मर फुंकने से बच जाता.
रिपोर्ट- मो तसलीम