राष्ट्रवादी क्रान्ति मंच के तत्वावधान में महमूरगंज बड़ी गैवी अखाड़ा पर गुरुवार को कर्मठता का पाठ पढ़ाने वाले संन्यासी युग पुरुष परम् पूज्य स्वामी विवेकानन्द जी का धूम धाम से जयंती मनाया गया स्वामी जी के चित्र पर माल्यार्पण आरती के बाद संगोष्ठी किया गया.
संगोष्ठी में मुख्य अतिथि राष्ट्रवादी क्रान्ति मंच के प्रदेश संयोजक श्री चिन्मय चटर्जी जी स्वामी जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहां अध्यात्म को अंधविश्वास व कट्टरवाद से हटाकर जनहित व राष्ट्र निर्माण से जोड़ने के लिए स्वामी विवेकानंद जी का नाम आधुनिक भारतीय इतिहास में विशेष महत्व रखता है स्वामी विवेकानंद शिकागो धर्म महासम्मेलन में भारत को विश्व गुरु के रूप में स्थापित किया स्वामी जी ने धर्म को बहुत सार्थक व्याख्या किया है उन्होंने कहा ईश्वर सभी प्राणियों में और ईश्वर की सेवा करनी है तो दुखी अभावग्रस्त मनुष्य व सभी संकट ग्रस्त जीवन रुपए की सेवा करनी चाहिए यही ईश्वर की वास्तविक उपासना है संगोष्ठी की अध्यक्षता राष्ट्रवादी क्रांति मंच के अध्यक्ष श्री अमित सोनी जी ने किया श्री सोनी ने कहा स्वामी जी कहा करते थे कि जब कोई व्यक्ति थोड़ा अलग सोचता है तो उसके बारे में 3 बातें निश्चित होती हैं
उपवास विरोध और अंत स्वीकृति स्वामी जी कहते थे कि मेरे युवा मित्रों तुम बलवान बनो गीता पाठ करने की अपेक्षा फुटबॉल खेलो क्योंकि बलवान शरीर से तुम गीता को अधिक और अच्छी तरह समझ सकोगे शरीर में ताजा रक्त रहने से तुम कृष्ण की प्रतिभा व तेजस्विता को अच्छी तरह समझ सकोगे संगोष्ठी का कुशल संचालन महामंत्री श्री देवेंद्र सेठ ने किया व धन्यवाद ज्ञापन जिला संयोजक श्री अशोक मिश्रा जी ने किया युक्त अवसर पर मुख्य रूप से अमित चौरसिया चंद्रभान मिश्रा विजय सेठ सोनू मौर्य किशन जयसवाल संतोष सेठ जुगनू गौड़ मंजू गोस्वामी प्रदीप विश्वकर्मा त्रिलोकी सेठ प्रशांत वर्मा इत्यादि लोग उपस्थित रहे।
रिपोर्ट- ओम प्रकाश सिंह