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देवरियाः जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह की अध्यक्षता में आज विकास भवन स्थित गांधी सभागार में बेसिक शिक्षा विभाग के जुलाई माह के कार्यों की गहन समीक्षा की गई. बैठक में जिलाधिकारी ने मिड-डे-मील में लापरवाही बरतने पर खंड शिक्षा अधिकारी तथा सप्लाई इंस्पेक्टर को चार्ज शीट देने के साथ ही वेतन रोकने का निर्देश दिया है. उन्होंने कहा कि शासकीय योजनाओं को पूरी निष्ठा के साथ लागू किया जाए.

जिलाधिकारी ने बरहज ब्लॉक के खोरी स्थित प्राथमिक विद्यालय में जुलाई माह में अभी तक मिड-डे-मील नहीं बनाये जाने पर गहरी नाराजगी व्यक्त की. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट एवं शासन के स्पष्ट निर्देश है कि मिड डे मील के द्वारा विद्यालय आने वाले बच्चों को पोषण उपलब्ध कराया जाए. इसमें लापरवाही क्षम्य नहीं है. डीएम ने बीएसए हरिश्चंद्र नाथ को जनपद के समस्त विद्यालयों में मिड डे मील की उच्च गुणवत्ता सुनिश्चित करने हेतु विशेष अभियान चलाने का निर्देश दिया. कहा कि मानक के अनुसार निर्धारित पोषण तत्व युक्त भोजन विद्यार्थियों को निश्चित तौर पर उपलब्ध कराया जाए. साथ ही चेताया भी कि वे स्वयं भी मिड-डे-मील की जांच करेंगे.

जिलाधिकारी ने इंदुपुर स्थित विद्यालय में 28 अध्यापकों के समायोजित होने पर गहरी नाराजगी व्यक्त की. उन्होंने कहा कि जनपद में ऐसे कई विद्यालय हैं जो 1-2 अध्यापकों के सहारे चल रहे हैं ऐसे में एक ही विद्यालय में 28 अध्यापकों का तैनात होना आश्चर्यजनक है. बीएसए को बिना किसी दबाव में आये जनपद स्तर पर शीघ्र ही अध्यापकों का तार्किक समायोजन करने का निर्देश दिया.

मिशन कायाकल्प में लापरवाही बरतने पर बरहज भागलपुर तथा भलुअनी के खंड विकास अधिकारियों,  खंड शिक्षा अधिकारियों, एडीओ पंचायत को कड़ी फटकार लगाई. उन्होंने सात दिन के भीतर अंतर विभागीय समन्वय स्थापित कर मिशन कायाकल्प के सभी 19 पैरामीटर्स पर प्रगति करने का निर्देश दिया. 

बैठक में मुख्य विकास अधिकारी रवींद्र कुमार, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सुरेंद्र सिंह, डीपीओ कृष्ण कांत राय, डीपीआरओ अविनाश कुमार, डीसी मनरेगा बीएस राय, जिला सूचना विज्ञान अधिकारी कृष्णानंद यादव समेत खंड शिक्षा अधिकारी खंड विकास अधिकारी एवं एडीओ पंचायत गण उपस्थित थे.

रिपोर्ट- शिवप्रताप कुशवाहा


 

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