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चन्दौलीः जनपद के शहाबगंज (शिवपुर) में स्थित श्री योगेश्वर नाथ महाविद्यालय के छात्र छात्राओं ने वार्षिक उत्सव में एक से बढ़कर एक गीतों की प्रस्तुति देकर मन मोह लिया. महाविद्यालय पर मुख्य अतिथि के रूप में महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के कुलपति प्रो. ए. के. त्यागी रहे. कुलपति का स्वागत महाविद्यालय के प्रबंधक विभागिरी द्वारा अंग वस्त्र एवम गुलदस्ता भेट कर किया गया. कुलपती ने सरस्वती माता के चित्र के पर द्वीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया.

काशी विद्यापीठ के कुलपति प्रो.ए. के.त्यागी ने मंच से अपने बचपन की यादों का साझा करते हुवे कहा मैं भी गांव से रहा हूं कक्षा पांच तक तो गांव में ही पढ़ाई की उसके बाद आगे की पढ़ाई के लिए गांव से चार किलो मीटर दूर जाना पड़ा। उस समय  मेरे पास साइकिल नहीं था साइकिल लेना बड़ा कठिन काम था तीन चार महीने तो पैदल स्कूल जाता रहा रास्ते में एक नहर भी पड़ता जिसे पार करना पड़ता था. कभी कभी तो नहर पार करने में कपड़ा भींग जाता था दूसरा कपड़ा बदल कर  स्कूल जाना पड़ता था जाने में एक से डेढ़ घंटे लगते आगे इसी तरह चलता रहा फिर किसी तरह कर के साइकिल खरीदा तब जाकर थोड़ा राहत मिला.

आप लोग भी इस विद्यालय में आस पास के गांव से ही आते होंगे मैं अच्छे से समझ सकता हूं कितनी परेशानियों का सामना करना पड़ता होगा पर अपने आप को कभी भी हीन नहीं समझना चाहिए कि हम गांव से आते है. आगे की पढ़ाई के लिए मैनें भी जब शहर में एडमिशन लिया तो मुझे ऐसा लगा की मैं इन सीबीएससी बच्चो के आगे तो हवा हवाई हू मै इन लोगो के आगे तो टिक नहीं पाऊंगा. मैं कुछ देर के लिए घबराया फिर भी चुनौती को डट कर चुनौती किया नतीजा ये रहा की मैं बीएससी और एमएससी में गोल्ड मेडल लाया. सब लोग मेरे तरफ देखने लगे. आप हम जितनी मेहनत और लगन से हम कार्य को करेंगे उतनी ही निखर जायेंगे आगे उन्होंने कहा वहा से मैने आईआईटी कानपुर देहात में एडमिशन लिया आप को बता दूं कानपुर में एडमिशन लेना इतना आसान नहीं होता. पूरे उत्तर प्रदेश से अपने क्लास में मैं  अकेला था. तो आप को यही कहना चाहूंगा कोई भी टाई बेल्ट या ऊंची सैंडिल पहन लेने से महान नहीं होता. 

जब मैं यहां आने के लिए निकला रास्ते में गांव के सड़को पे पहुंचा था मेरी  बचपन की यादें ताजा हो रही थी तो रास्ते में ही मैंने तय किया की इस महाविद्यालय में सभी बच्चे गांव दिहात से आते होंगे तो आज इन बच्चो को अपनी बचपन की यादों को बताकर प्रमोट कर के ही जाउंगा. आगे सम्बोधन करते हुवे कुलपति ने कहा आप जितना मेहनत करेंगे उतना ऊपर जायेंगे. हमे आप लोगो से यही  उम्मीद है आप अपने कालेज के साथ साथ मां बाप गुरु एवम प्रदेश का नाम ऊंचा करेंगे. आगे उन्होंने से सम्बोधन करते हुवे महाविद्यालय के लिए कहा आप को जब जिस की जरूरत हो विश्वविद्यालय तैयार है.


महाविधालय के बच्चों ने अपने सांस्कृतिक कार्यक्रम में देश भक्ति गीत धार्मिक गीत एवं भाव गीतों को प्रस्तुत कर आए हुए दर्शकों भाव विभोर कर दिया।कार्यक्रम का संचालन नाम जमाल अहमद ने किया एवं विद्यालय के समस्त अध्यापक गण एवम छात्र छात्राएं उपस्थित रहे.

रिपोर्ट- मो तसलीम

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