Shaurya News India
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शहाबगंज, चंदौली। विगत दिनों शहाबगंज थाना थाना क्षेत्र के तियरा पुल पर स्थानीय थाने के दो उपनिरीक्षक वाहन चेकिंग करना प्रारंभ किए उसी समय तियरा गांव में अपने ननिहाल में दिल्ली से आये युवक ने अपने मामा की मोटरसाइकिल लेकर तियरा पुल पर आ गया।आते ही दोनों उपनिरीक्षक से मुकाबला हो गया।बिना हेलमेट के गाड़ी देख तुरंत गाड़ी का कागज मांगने के साथ हेलमेट नहीं लगाने की बात कह डाली,इस पर दिल्ली के युवक ने अपनी भाषा में कहा तुम भी तो हेलमेट नहीं लगाए हो।इतना सुनते ही दोनों उपनिरीक्षक गुस्से से तिलमिला उठे और मोटरसाइकिल की चाभी छीन लिए
युवक के मामा ने कॉफ़ी प्रयास किया कि गाड़ी की चाभी दे दीजिए लड़के की भाषा ही वैसी ही  है लेकिन दरोगा जी इस बात से काफी गुस्सा में थे की वो कौन होता है हमसे हेलमेट के बारे में पूछने या कहने वाला कॉफी इंतजार के बाद लड़के के घर वालों को दरोगा

ने बताया की थाने से गाड़ी मिलेगी कागज लेकर आओ।वहां घण्टों इंतजार के बाद कुछ नहीं हुआ तो लड़का अपने नाना के घर चला गया।कुछ देर बाद अपने दलालों के मार्फत सुचना धन की उगाही के लिए उसके घर फोन कराया लेकिन कोई जबाव नहीं मिलने पर झल्लाते हुए बाईक लावारिस घोषित करते हुए सीज कर दिया। जहां एक तरफ उत्तर प्रदेश की योगी सरकार प्रदेश को माफिया व गुण्डा मुक्त करने का प्रयास कर रही है। जिससे प्रदेश में रहने वाले लोग शांति,अमन चैन के साथ रह सकें। लेकिन प्रदेश की पुलिस अपनी कार्यप्रणाली में सुधार लाने के बजाय और निरंकुश होती जा रही है।मनमाने ढंग से लोगों को परेशान करना, फर्जी मुकदमे में फंसाने की धमकी देकर धन उगाही करना, गांजा बिकवाना, वाहनों से वसूली के साथ सड़क के किनारे खड़े वाहनों का चलान काटना सहित अन्य कार्य में लिप्त रहती है। पुलिस के इसी कार्य प्रणाली से प्रसन्न सुविधा शुल्क देने वाले चोर क्षेत्र में चोरी की घटना घटित कर आराम से निकल जा रहे है। उसी तियरा गांव के पंचायत भवन से चोरों ने ताला तोड़कर लाखों रुपए का माल साफ़ कर दिया।जिसका खुलासा करने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखी लेकिन मोटरसाइकिल पकड़कर लावारिश में सीज करने में दरोगा जी के अंदर बड़ी फुर्तीली दिखी।

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