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अयोध्याः संपूर्ण सनातन संस्कृति में आज का दिन बड़ा ही अविस्मरणीय है क्योंकि आज के ही दिन जहां सनातन संस्कृति को पुर्नस्थापित करने हेतु दृढ़ संकल्प राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक परम पूज्य  सरसंघचालक डॉ0 केशव राव बलिराम हेडगेवार जी का जन्म दिवस है वहीं ब्रह्मा जी द्वारा सृष्टि की रचना एवं काल गणना भी प्रारंभ की गई थी एवं सम्राट विक्रमादित्य द्वारा विक्रमी संवत का शुभारंभ एवं नवरात्र का आरंभ तथा महर्षि दयानंद द्वारा आर्य समाज की स्थापना, भगवान झूलेलाल जी का जन्म दिवस आदि है लेकिन विगत कॉल खंडों में हम अपनी संस्कृति से विरक्त हो रहे थे और पश्चात संस्कृति के प्रति आसक्त होते चले जा रहे थे. 


 जिसका कारण यह रहा कि हम अपनी पहचान को ही खो चुके थे और हमको अपने आप को सनातनी कहने में भी शर्म आने लगी ऐसे कुछ उदाहरण हमको इतिहास में मिलते हैं लेकिन वर्तमान  कालखंड पुनः सनातन संस्कृति के प्रति जन जागरण और पुनः स्थापन के लिए तत्पर है. विविध राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर के संगठनों ने आज जहां संपूर्ण देश व विदेशों में भी भारतीय संस्कृति को बनाए रखने के लिए जगह-जगह विविध कार्यक्रमों का आयोजन  विगत दिनों से चल रहा है और आगे भी चलता रहेगा उसी परिपेक्ष में मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने भी इस ऐतिहासिक दिवस को बड़ी प्रसन्नता से डॉ0 राममनोहर लोहिया अवध यूनिवर्सिटी के केंद्रीय पुस्तकालय में प्रोफेसर आरके सिंह की अध्यक्षता में बड़ी ही शिद्दत से मां सरस्वती का माल्यार्पण एवं लड्डू खिला करके एक-दूसरे का मुंह मीठा कराकर के नव वर्ष की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी डॉक्टर इंद्रेश कुमार जी राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ संरक्षक मुस्लिम राष्ट्रीय मंच का दूरभाष के माध्यम से कार्यकर्ताओं को यह संदेश दिया कि सनातन संस्कृति को अक्षुण्ण बनाए रखें और साथ ही साथ भाईचारा एवं राष्ट्र के विकास के लिए निरंतर सहयोग करते रहे साथ ही साथ अपना आशीर्वाद प्रदान किया.


प्रोफेसर आरके सिंह जी ने कहा कि राष्ट्र का उत्थान समरसता से होगा और सनातन संस्कृति के उदय से ही राष्ट्र का उदय होगा डॉक्टर अनिल कुमार सिंह अवध प्रांत प्रभारी ने कहा कि आज के ही दिन  प्रभु श्री राम का राज्याभिषेक हुआ जिसके बाद रामराज की संकल्पना संपूर्ण सृष्टि में एक अटूट उदाहरण बनी. उसी तरह से परम पूज्य सरसंघचालक जी के द्वारा जो वटवृक्ष राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के रूप में लगाया गया इसके सानिध्य में आज संपूर्ण विश्व मानवता का पाठ पढ़ रहा है. आज यह संगठन ने दुनिया का सबसे बड़ा संगठन के रूप में जहां जाना जाता है वही अपनी कार्य योजनाओं और समरस कार्यों से संपूर्ण समाज में चर्चा का विषय बना हुआ है.  जिसने जात पात छुआछूत ऊंच-नीच की खाई को खत्म ही नहीं किया बल्कि समाज से पूर्ण रूप से हटाने के लिए दृढ संकल्पित है. 


आज इसका एक ही मात्र उद्देश्य है मानव मात्र की सेवा करना और भारत को पुनः विश्व गुरु बनाना कार्यक्रम में प्रमुख अरुण कुमार सिंह, इंजीनियर वीरेन्द्र प्रताप सिंह प्रो0 बालक राम शर्मा, राष्ट्रीय संरक्षक विश्वकर्मा समाज  रिजवान गांधी सद्दाम खान, फैजान, कैफ , साहिल, तौफीक ,जैद , सतीश सफारी , सरवर आलम , रामनिवास गौड़ , आशीष जायसवाल , अमित, सवाना,  सुनील ,  संजय कुमार , छोटू, विद्या, डॉ0 देवेश प्रकाश सिंह, डॉक्टर सुधीर सिंह आदि प्रमुख लोगों की उपस्थिति रही.
 

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