उत्तर प्रदेशः प्रयागराज महाकुंभ 2025 की आभा देखते ही बनेगी। अभी से ही सारे प्रबंध होने लगे हैं। बड़ी-बड़ी परियोजनाओं का काम शुरू हो गया है। इन प्रोजेक्ट पर लगभग 33 हजार करोड़ रुपये का निवेश होने जा रहा है।
शहर से लेकर संगम तक स्वच्छता के साथ ही सोलर स्ट्रीट लाइट की जगमग होगी तो स्ट्रीट वेंडरिंग भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दिखेगी। स्ट्रीट वेंडर विशेष थीम पर होंगे। यहां भी पेरिस और लंदन की तरह स्ट्रीट वेंडिंग जोन बनाए जाएंगे। अभी शहर में दो वेंडिंग जोन स्थापित हैं।
महाकुंभ के पहले 18 अन्य नए वेंडिंग जोन स्थापित किए जाएंगे। इन वेंडिंग जोन में कामन फसाड, डस्टबिन, टायलेट, पेयजल की सुविधा उपलब्ध होगी। सतरंगी लाइटिंग से ये खास खाने-पीने की मार्केट जगमग रहेगी। एक डिजाइन और एक कलर में वेंडिंग जोन लोगों को आकर्षित करेगी।
स्ट्रीट वेंडर चिह्नित कर डिजिटल रजिस्ट्रेशन का कार्य शुरू करा दिया गया है। इन स्ट्रीट वेंडरों को प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के तहत 10 से 20 हजार रुपये का ऋण दिया जाएगा। महाकुंभ मेला को जाने वाले सभी प्रमुख मार्गों पर ये स्ट्रीट वेंडिंग जोन स्थापित किए जाएंगे।
इन वेंडिंग जोन में प्रयागराज के चाट-पकौड़े के साथ ही फुल्की, दही-जलेबी, समोसे, छोले-भटूरे, भाजी-पूरी, छोला-चावल, सांभर बड़ा, इडली-डोसा, बाटी-चोखा, बाटी-चूरमा के साथ ही पूरे भारत के व्यंजन परोसे जाएंगे।
स्ट्रीट वेंडिंग जोन विशेष थीम पर बनाए जाएंगे, जो देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को आकर्षित करेंगे। वेंडिंग जोन में बिक्री के हर पकवान के रेट निर्धारित होंगे, जिसके बोर्ड लगवाए जाएंगे, जिससे कहीं भी भाव को लेकर कोई विवाद न हो सके। खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम वेंडिंग जोन के व्यंजनों की गुणवत्ता की निरंतर जांच भी करेंगी।
रिपोर्ट- विनय पाठक