चकियाः तहसील क्षेत्र सहित तमाम प्राथमिक व कम्पोजिट व हाईस्कूल तक के बच्चों ने चंद्रयान 3 की लैंडिंग का सीधा प्रसारण देखा। स्कूल में भी बच्चों ने लैंडिंग देखी। बता दें कि चंद्रयान-3 के विक्रम लैंडर के चंद्रमा की सतह पर उतरने के साथ ही भारत ने इतिहास रच दिया है। 14 जुलाई 2023 को आंध्रप्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से रवाना हुआ। चंद्रयान 3 ने आज शाम 6.04 बजे चांद के साउथ पोल पर सफल सॉफ्ट लैंडिंग की है. इस ऐतिहासिक मिशन की सफलता पर उम्मीदें पूरे देश की लगी हुई थीं, इसके साथ ही चंद्रयान-3 में अपनी भूमिका निभाने वाली इस सेक्टर की भारतीय कंपनियों के लिए भी इस मिशन की सफलता मील का पत्थर साबित हुई है।
देश की तमाम बड़ी कंपनियों ने चंद्रयान-3 के लॉन्च में अपनी अहम भूमिका निभाई है। रॉकेट इंजन और थ्रस्टर से लेकर अन्य कंपोनेंट्स का निर्माण इन कंपनियों द्वारा किया गया है। इनमें गोदरेज एयरोस्पेस, टाटा स्टील, एल एंड टी, बीएचईएल समेत अन्य कंपनियां शामिल हैं। स्पेस सेक्टर सर्विसेज के मामले में भारत फिलहाल पांचवें पायदान पर है और चंद्रयान 3 की सफलता का असर इस रैंकिंग पर भी पड़ेगा। आइए इस मिशन में अहम रोल निभाने वाली देश की 10 बड़ी कंपनियों और उनके द्वारा किस तरह का योगदान दिया गया है।
आपको बताते चलें कि जहां एक तरफ चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग को लेकर मंदिरों और मस्जिदों में प्रार्थनाओं का दौर जारी रहा तो इसकी सफल लैंडिंग का स्कूली बच्चों ने भी लाइव प्रसारण देखा। और बच्चों ने इस कार्यक्रम को प्रोजेक्टर के माध्यम से सुना और देखा। जहां विद्यालय में बच्चों ने सफल लैंडिंग के बाद भारत माता की जय और मेरा भारत महान के भी नारे लगाए हैं। इस दौरान स्कूली बच्चों में उत्साह भी देखने को मिला। जिसके चलते चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के हजारों स्कूली बच्चे गवाह बने। स्कूली बच्चों का कहना था कि चांद पर पहुंचने के बाद हमारे हिंदुस्तान ने एक बार फिर दुनिया में अपना परचम लहराया है।
रिपोर्ट- कार्तिकेय पाण्डेय