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अयोध्या: जिला के श्री गुरु वशिष्ठ गुरुकुल विद्यापीठम में हुई दो दिवसीय चिंतन बैठक की गई. जिसके बाद राष्ट्रीय संगठन मंत्री रामाशीष ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि गंगा जी समाज के लिए पूज्यनीय भी हैं और उपयोगी भी। इसी धारणा के तहत गंगा समग्र अपने काम में लगा है। गंगा को अविरल और निर्मल बनाने के लिए आवश्यक है कि उसकी सहायक नदियों की दशा भी सुधारी जाए.
सहायक नदियों की हालत ठीक नहीं है। उन पर जगह-जगह अवैध कब्जे हो गए हैं। रेत व मिट्टी भरने से उनकी गहराई भी कम हो गई है। इससे उनकी जलधारण क्षमता तो कम हुई ही है जल के प्राकृतिक स्रोत भी बंद हो गए हैं।गंगा समग्र सहायक नदियों को कब्जामुक्त करने के साथ ही उन्हें और गहरा करने के लिए अभियानपूर्वक काम करेगा। सहायक नदियों के किनारे सघन पौधरोपण भी किया जाएगा।
संगठन के विभिन्न 15 आयाम आपसी समन्वय के साथ इस अभियान में लगेंगे।घाट साफ सुथरे रहें।इसके लिए घाटों की समितियां बनाई जा रही है। समाज जागरण प्रमुख घाटों पर आरती के कार्यक्रम किए जा रहे हैं। इससे पहले चिंतन बैठक में 20 से 23 अगस्त तक प्रस्तावित राष्ट्रीय अभ्यास वर्ग की तैयारियों पर चर्चा की गई।
20 अगस्त से अयोध्या में होने जा रहे अभ्यास वर्ग में देश भर के कार्यकर्ता शामिल होंगे।रामाशीष जी ने कानपुर और अवध प्रान्त के कार्यकर्ताओं को संगठन के विस्तार के साथ ही कार्यपद्धति के सूत्र बताए। इस मौके पर राष्ट्रीय मंत्री रामशंकर सिन्हा और अवधेश कुमार गुप्त, सह कोषाध्यक्ष चिंतामणि सिंह आदि मौजूद रहे.
रिपोर्ट फैयाज खान