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वाराणसी: उत्तर प्रदेश में आज चुनाव प्रचार थम गया है। अब अंतिम चरण यानी सातवें चरण का मतदान होगा, जो सात मार्च को होना है. 9 जिलों की 54 सीटों पर मतदान होंगे। जिसमें पीएम मोदी का संसदीय क्षेत्र वाराणसी भी शामिल है. 54 सीटों पर कुल 613 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं, जिनके भाग्य का फैसला 2.06 करोड़ मतदाता करेंगे.
वाराणसी की सभी सीटों के लिए प्रधानमंत्री, पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने पूरी ताकत झोंक दी है. वाराणसी की आठों विधानसभा पर भाजपा अपना रिकार्ड दोहारने का दम्भ भर रही है तो अन्य पार्टियां भी यह रण जीतने की बात कह रहीं हैं.
फिलहाल सभी प्रत्याशी अब डोर-टू-डोर जनसम्पर्क पर ज़्यादा ध्यान देंगे और मतदाताओं के घर पहुंचकर उनके घर पर उनसे संपर्क करेंगे. वहीं इस दौरान चुनाव आयोग भी सतर्क है और डोर-टू-डोर जनसमपर्क में अवैध धन और शराब को लेकर अभियान चलाया जा रहा है.
योगी सरकार की आखिरी परीक्षा में 6 मंत्री
योगी सरकार के सात मंत्रियों की साख इस चरण में दांव पर है। सातवें चरण में उतरे छह वर्तमान मंत्रियों में एक कैबिनेट, दो राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और तीन राज्य मंत्री स्तर के हैं। तीन मौजूदा मंत्री तो वाराणसी की विभिन्न सीटों पर दोबारा चुनाव लड़ रहे हैं। इसमें वाराणसी की शिवपुर विधानसभा सीट से योगी सरकार में पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री अनिल राजभर फिर किस्मत आजमा रहे हैं.
वहीं स्टांप एवं निबंधन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रवींद्र जायसवाल वाराणसी उत्तरी सीट से और पर्यटन एवं संस्कृति राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नीलकंठ तिवारी वाराणसी दक्षिण विधानसभा सीट से मैदान में हैं ।