आगराः उत्तर प्रदेश सरकार ने अपना बजट 2 घोषित किया लेकिन हमारे राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने दिव्यांग जनों के लिए कुछ भी नया नहीं किया. उत्तर प्रदेश राज्य में सबसे अधिक जनसंख्या में दिव्यांग भाई-बहन निवास करते हैं और उनको इस बजट में आशा थी की हमारी पेशन में बढ़ोतरी होगी लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ कि हम लोगों के भरण-पोषण के लिए जीवन यापन के लिए कुछ नया हो पाता. जहां तक के उत्तर प्रदेश के किसानों के लिए 1 साल तक बिजली फ्री कर दिया लेकिन क्या हम इस लायक दिव्यांग भाई बहन नहीं जो बिजली का बिल भरते हैं क्या उनके लिए बिजली फ्री नहीं हो सकती थी.
उत्तर प्रदेश के मुखिया और वित्त मंत्री से पूछना चाहता हूं कि दिव्यांग भाई-बहनों का आप की सरकार में कोई योगदान नहीं है. वोट हमने भी आपको किया था और करते आए हैं हमको भी आप से काफी उम्मीद थी दिव्यांग शादी अनुदान 35,000 से बढ़ाकर आपने 50,000 करने को कहा था उसका भी जिक्र नहीं हो पाया आपने चुनाव से पहले घोषणा की थी कि दिव्यांग वृद्ध बुजुर्ग महिलाओं की पेंशन 1000 से बढ़ाकर 1500सो रू कर दी जाएगी कुछ नहीं हो पाया बजट तो पास हो गया लेकिन हम दिव्यांग भाई-बहनों आज भी हाथ पर हाथ रखे हुए बैठे हैं.
माना कि आपने दिव्यांश समाज के लिए बेसाकी , व्हील चेयर, ट्राई साइकिल आदि बहुत अधिक मात्रा में उपलब्ध कराए हैं लेकिन हम लोगों का जीवन उपकरण से नहीं चल पा रहा है. हमको भी रोजगार मुख्यमंत्री आवास आदि की जरूरत पड़ती है हमारा भी परिवार है हम भी एक परिवार का हिस्सा हैं और अपना परिवार हम भी चलाना चाहते हैं. हम भी इस समाज में जीना चाहते हैं क्या हमको समानता का अधिकार नहीं मिलना चाहिए. भारतीय दिव्यांग यूनियन का राष्ट्रीय महासचिव होने के नाते मैं अपने देश के मुखिया और वित्त मंत्री सुरेश खन्ना जी से पूछना चाहता हूं कि हम लोगों को समाज में जीने का कोई हक नहीं है. हम लोगों को समानता का अधिकार नहीं मिलना चाहिए मैं आपको महासचिव होने के नाते अवगत करा देता हूं कि आने वाले समय में उत्तर प्रदेश के समस्त दिव्यांग भाई-बहनों को एकत्रित करके मुख्यमंत्री कार्यालय के कार्यालय पहुंचेंगे और अपने हक अधिकारों के लिए आपके सामने संघर्ष करेंगे अपने हक अधिकारों की लड़ाई के लिए जय हिंद जय दिव्यांग समाज.
रिपोर्ट- अखिलेश यादव