सपा के नि.महानगर अध्यक्ष विष्णु शर्मा ने केंद्रीय बजट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि मज़दूर और किसानों को आज पेश किए गए बजट से काफी उम्मीद थी कि महंगाई से मुक्ति और रोजगार उपलब्ध कराए जाने के लिए वित्त मंत्री जी घोषणा करेंगी। लेकिन उन्हें निराशा हाथ लगी। भविष्य निधि पेंशनधारकों और भूमिहीन किसानों के जीवन में कोई बदलाव नहीं आने वाला।
युवाओं को रोजगार की कोई व्यवस्था न कर के 20 लाख तक कर्ज की व्यवस्था की गई है। इससे हताशा और बढ़ेगी। बजट में लोकलुभावन नारो की भरमार है।लेकिन उनके लिए बजट की कोई व्यवस्था नहीं है।आयकर सीमा 7 लाख कर दी गयी है,लेकिन रोजगार के अभाव में आय कहा से होगी?विभिन्न स्तरों पर टैक्स वसूली से मूल्य बृद्धि और महंगाई बेतहाशा बढ़ेगी।
विदेशी कर्ज़ का भार जनता पर बढ़ेगा। राजकोष का धन कारपोरेट को बाँटा जाएगा। कारपोरेट पर टैक्स नही लगाया गया। कारपोरेट को लूट की खुली छूट है। कृषि क्षेत्र में कोई रियायत नही दी गयी।बिजली,डीजल,खाद की मूल्यबृद्धि लागत बढ़ाएगी।फसलों के लाभकारी मूल्य की व्यवस्था न होने से किसान तबाह हो जाएगा। यह बजट देश मे आर्थिक मंदी की गति को तेज करने वाला है। इनकी सप्तऋषि योजना आकर्षक नारे देने वाली मात्र छलावा है।