चंदौलीः जिले में बेसिक शिक्षा विभाग की खामिया उजागर हुई है. सोशल मीडिया एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है, जिसमें शहाबगंज इलाके के बराव स्थित कम्पोजिट विद्यालय के बच्चों को पिकअप लादकर खेलकूद प्रतियोगिता के लिए भेजा जा रहा है. हालांकि वीडियो वायरल होने के बाद अफसरों की जमकर किरकीरी हो रही है. वहीं, डीएम ईशा दुहन ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में नहीं है.
आपको बता दें कि वायरल वीडियों में लगभग 50 बच्चें पिकअप में खड़े होकर जा रहे हैं, वायरल वीडियो बरांव स्थित कंपोजिट विद्यालय के छात्रों के पिकअप में खड़े होने का दावा किया जा रहास है. जो एक पखवारा पुराना है. स्कूल के प्रधानाध्यापक ने जिला स्तरीय रैली में शामिल होने के लिए बच्चों को पिकअप से भेज दिया. बच्चे पिकअप पर हिचकोले खाते जा रहे हैं.
शासन स्तर से स्पष्ट निर्देश है कि ट्रैक्टर-ट्राली अथवा मालवाहकों में सवारियां नहीं बैठाई जाएंगी. इसके बावजूद पिकअक मालवाहक से बच्चों को भेजना विभाग की घोर लापरवाही को दर्शाता है. सोशल मीडिया में वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासनिक महकमे में खलबली मच गई है. बीएसए सत्येंद्र कुमार सिंह ने बताया कि किसी भी आयोजन में बच्चों को भेजने के लिए शासन स्तर से कोई ट्रांसपोर्ट भत्ता नहीं मिलता है. हालांकि, उन्होंने शहाबगंज के खंड शिक्षा अधिकारी(बीईओ) को पूरे प्रकरण की जांच के लिए आदेश दे दिया है.
रिपोर्ट- श्याम सिंह यादव