देवरियाः विकासखंड भागलपुर क्षेत्र के ग्राम पंचायत करौता में लगभग दो दर्जन घरो से अधिक घरो में नादान के पानी इकट्ठा होने से महिलाओं का शासन सत्ता के प्रति फूटा आक्रोश महिलाओं का आरोप है की तहसील प्रशासन तथा ग्राम पंचायत प्रशासक इस पर ध्यान नहीं देते जिससे लगभग दो दर्जन घरों से अधिक घरों का पानी जिससे दैनिक क्रिया घर के चौका बर्तन का पानी हम सभी के घरो में ही इकट्ठा होता है।
जबकि आसानी से इन सभी घरों का पानी निकटवर्ती पोखरा में जा सकता है। पूर्व प्रधान संजय सिंह ने पांच साल में आश्वासन देते रहे लेकिन उन्होंने नहीं बनवाया ,वर्तमान प्रधान रवि कुमार से बार-बार हम सभी महिलाएं कहती हैं लेकिन वर्तमान प्रधान भी हम लोगों की एक भी नहीं सुनते हैं। महिलाओं का कहना है कि हम लोग अपने घरों में पानी इकट्ठा करते हैं उसे पानी को बाल्टी से इधर-उधर फ़ैला कर किसी तरह से अपने घर के इकठ्ठा पानी को सुखाते हैं । हम लोग इसकी शिकायत कई बार सलेमपुर तहसील प्रशासन से किए हैं लेकिन कोई अधिकारी इसका शुद्ध नहीं लेता है ।पूर्व प्रधान संजय सिंह से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि मैं तो प्रयास करता हूं लेकिन गांव के कुछ लोग इसमें रोना बन जाते हैं । इसी नाली के संदर्भ में पूछे जाने पर रवि कुमार प्रधान ने बताया कि मैं प्रयास करता हूं लेकिन तहसील प्रशासन मेरा कोई सहयोग नहीं करता है। इसकी पैमाइश करने से तहसील प्रशासन भयभीत है और स्थानीय प्रशासन तहसील प्रशासन के बाद सहयोग के लिए आश्वासन देता है। इन महिलाओं का आरोप सही है दो दर्जन से अधिक घर प्रभावित है जिनका नाबदान का पानी घरों में ही सूख जाता है ।जिसे पूरा मोहल्ला प्रदूषण युक्त रहता है जिससे महामारी फैलने की संभावनाएं बनी रहती है प्रदूषण से होने वाली महामारी से मोहल्ला सहित पूरा गांव प्रभावित हो सकता है ।
रिपोर्ट- शिवप्रताप कुशवाहा