रहस्य की चादर में लिपट कर रह गया जहांगीरगंज थाना क्षेत्र के सोलहवां गांव के बाहर कुएं में मिले आधा दर्जन से अधिक गोवंशों के सिर के कंकाल का मामला
गोवंशों के मिले सिर के कंकाल मामले के राज को दफन करने के लिए पुलिस ने उसे कुएं को ही जेसीबी के जरिए मिटटी डलवा कर दिया पटवा जिस कुएं में मिले थे सिर के आधा दर्जन से अधिक कंकाल
जहांगीरगंज थाना क्षेत्र में पहले भी गोवंशों की तस्करी एवं गोकशी की घटनाएं घटनाएं आती रहती थी सामने जिसको लेकर जहांगीरगंज थाने में पंजीकृत होते रहे हैं मामले और होती रही है गोवंश तस्करों के विरुद्ध कार्यवाही
लेकिन मौजूदा समय में जहांगीरगंज पुलिस की उदासीन कार्य प्रणाली भाप एक बार फिर सक्रिय हो गए हैं गोवंशों के तस्कर एवं गोवंशों के वध करने वाले संदिग्ध आरोपी
अम्बेडकरनगर जिले के
जहांगीरगंज थाना क्षेत्र के सोलहवां गांव के बाहर वीरान स्थल पर स्थित कुएं में जब गोवंशो के सिर के आधा दर्जन से अधिक कंकाल मिले तो एक बानगी पूरे इलाके में फैल गई सनसनी
लोगों को यह उम्मीद जगी कि जहांगीरगंज पुलिस मामले में मुकदमा पंजीकृत कर करेगी गोवंशों के वध करने वालों एवं गोवंशों की तस्करी करने वालों की शिनाख्त और उन पर होगी प्रभावी कार्यवाही
सूत्रों की माने तो और क्षेत्र में हो रही चर्चाओं पर गौर किया जाए तो कुछ सफेद पोशों के संरक्षण में एक प्रभावशाली व्यक्ति द्वारा इस तरह की घटनाओं को दिया जा रहा अंजाम जिस पर हाथ डालने से कतरा रही जहांगीरगंज पुलिस
क्षेत्र वासियों में मामले का राज फाश होने को लेकर जगी उम्मीद उस समय हो गई काफ़ूर जब जहांगीरगंज पुलिस ने अपनी नाकामियों पर पर्दा डालने के लिए आनन-फानन में उस कुएं को ही जेसीबी के जरिए मिट्टी डालकर पटवा दिया जिस कुएं में सप्ताह भर पहले मिले थे आधा दर्जन से अधिक गोवंशों के सिर के कंकाल , उसमें कुछ पुराने तो कुछ नए लग रहे थे कंकाल
लेकिन कंकालों के रहस्य से पर्दा उठाने के बजाय जहांगीरगंज पुलिस ने उस पर और अधिक तान दी मिट्टी की चादर
विडंबना है कि एक तरफ शासन एवं प्रशासन द्वारा जल संरक्षण एवं जल संचयन पर दिया जा रहा जोर वहीं इसके ठीक उलट जहांगीरगंज पुलिस कुओं को पटवाने में ही है व्यस्त
मामले को लेकर सर्वाधिक चौंकाने वाला पहलू यह है कि अब तक किसी भी जिम्मेदार उच्चाधिकारी ने वहां पहुंचकर मामले को जानने एवं जांचने का भी नहीं किया प्रयास जिसको लेकर हो रही तरह-तरह की चर्चाएं