चन्दौली धीना
लोकमाता देवी अहिल्याबाई होलकर जी के 300 वी जयंती पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसके मुख्य अतिथि वाराणसी कैंट के विधायक सौरभ श्रीवास्तव जी रहे
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि देवी अहिल्याबाई ने किसानों की समस्याओं को प्राथमिकता दी और सिंचाई के लिए नहरे तालाबों व जलाशयों का निर्माण कराया कृषि करो में राहत देकर और डाकुओं से उनकी संपत्ति की रक्षा करके किसानों का आर्थिक बोझ कम किया
उनकी नीतियों ने किसानों में कृषि के प्रति उत्साह जगाया देवी अहिल्याबाई ने कृषि प्रदर्शनियों का आयोजन करवाया जहां किसान नयी तकनीकी से परिचित हुए विशेषज्ञों के माध्यम से प्रशिक्षण देकर फल सब्जी उत्पादन को प्रोत्साहन किया
जिसे किसनो की आय में वृद्धि हुई उनकी नीतियां वर्तमान स्वर का लोकल अवधारणा की प्रेरणा बनती है 1967 के अहिल्याबाई ने महेश्वर में हथकरघा आधारित कुटूर उद्योग स्थापित किया
गुजरात और अन्य क्षेत्रों से बुनकरों को बुलाकर उन्हें घर और व्यापार की सुविधा दी पहले सूती साड़ियां बनती थी बाद में रश्मि और जारी की साड़ियों का उत्पादन शुरू हुआ किले की दीवारों से प्रेरित डिजाइनों ने माहेश्वरी साड़ियों को विशिष्ट पहचान दी किसानों को उनकी उपज के लिए उचित मूल्य दिलाने हेतु कर्ज माफी और बाजार व्यवस्था को श्राद्ध किया
इस ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बल मिला और व्यापार में वृद्धि हुई महारानी अहिल्याबाई ने महिलाओं की मान सम्मान को बढ़ाने के उद्देश्य से नारी शिक्षा पर जोर दिया इससे पहले महिलाओं को केवल घरों में थोड़ा बहुत पढ़ने का चलन था
इससे आगे स्कूल शिक्षा तक बढ़ाने में विस्तार मिला अध्यक्षता करते हुए जिला अध्यक्ष काशी नाथ सिंह जी ने कहा कि अहिल्याबाई ने विधवा महिलाओं को यह अधिकार दिया कि वह पति द्वारा छोड़ी गई संपत्ति की उत्तराधिकारी होगी एवं अपनी इच्छा अनुसार उसका उपयोग भी करेंगी
उन्हें महिला सशक्तिकरण का प्रतीक माना जाता है उन्होंने महिलाओं की एक सी गठित की उन्हें हथियारों का प्रशिक्षण दिया और युद्ध की तकनीकी सिखाई अहिल्याबाई होल्कर ने अपने राज्य क्षेत्र में दलितों आदिवासियों और पिछड़ों के उद्धार के लिए अनेक कार्य किया
इस कालखंड में छुआ छूत का सामना कर रहे दलितों के उत्थान के साथ ही उन्होंने बनवासी समाज को भी जंगल का जीवन छोड़ गांव में बसने और किसानों के रूप में कार्य करने के लिए सहमत किया
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से सुजित जायसवाल जैनेंद्र कुमार राकेश मिश्रा शिवराज सिंह, बुद्धि लाल विश्वकर्मा, डा केयन पाण्डेय ,जैनेन्द्र दुबे,अनिल तिवारी ,राकेश मिश्रा, किरन शर्मा ,सुरेश मौर्य, प्रियंका तिवारी, रेनू सिंह, राजेश तिवारी, कुन्दन सिंह, सतीश दुबे, कुन्दन गौड़, गंगा साहनी, हरे राम पाण्डेय, प्रेम नारायण सिंह, शैलेन्द्र सिंह ,इंद्रजीत विद, सन्तोष जायसवाल इत्यादि कार्यकर्ता उपस्थित थे।
रिपोर्ट अलीम हाशमी