
वाराणसी: कहीं ना कहीं मंझे से घायल होने की घटनाएं सुनने में आती हैं लेकिन जिम्मेदार हुक्मरान इस मामले को संज्ञान लेने को तैयार नहीं ! आखिर वजह क्या है जब चाइनीस मांझा पर रोक है फिर बाजार में कैसे बिक रहा है लोगों की जान से खिलवाड़ कब तक ...??
एक आम आदमी अपनी दिनचर्या के साथ पारिवारिक भरण पोषण के लिए सड़क पर दौड़ता है लेकिन अचानक जब उसके साथ कोई दर्दनाक इस तरह की हादसा हो जाए तो कितना दुखद और भयावह स्थिति परिवार के लिए उत्पन्न होती है यह सोचकर दिल दहल जाता है कई लोगों ने तो ऐसी घटनाओं में अपनी जान भी गवा दी !
लेकिन सरकारी तंत्र और सरकारी मुखिया अपनी धुन में और मद में चूर है आम आदमी मरता है तो मरे उसका क्या जाता है इसी ढर्रे पर चल रहे हैं !
आपको बता दें की घटना आज शाम 5:30 बजे की है विमलेंदु पांडेय पुत्र वीरेंद्र पाण्डेय ( शिक्षक कटिंग मेमोरियल इंटर कॉलेज ) मुगलसराय से अपने निवास रामापुरा बनारस लौट रहे थे रास्ते में दुलईपुर , चांदनी बाजार के समीप मंझा से गर्दन कट गया !
यह अकेले बाइक चला रहे थे , राहगीर की मदद से Bhu के ट्रामा सेंटर लाए गया जहां इनका इलाज हुआ और गर्दन में आठ टांके लगे !
अभी हालत स्थिर है ! ऐसे कई घटनाएं रोज दस्तक दे रही हैं यदि इस पर रोक नहीं लगा तो निश्चित तौर पर जानलेवा साबित हो रहा है और होगा