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सकलडीहा राजवाहा के निर्माण को लेकर राजवाहा में बीते कई दिनों से पानी न छोड़े जाने से किसानों की समस्याएं बढ़ गई है। पानी के अभाव में धान की नर्सरी सहित पशुओं के चारे की विकट समस्या खड़ी हो गई है।
किसानों का आरोप है कि सिंचाई विभाग के उदासीनता से खरीफ की फसल पर ग्रहण लग रहा है। इसके बाद भी सिंचाई विभाग के अधिकारी अनजान बने हुए है।
शिकायत के बाद भी पानी देना तो दूर अभी तक नहरों व माइनरों की सफाई तक नही हुई है। जिसे लेकर किसानों में आक्रोश है। चेताया कि जल्द पानी नही छोड़ा गया तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
इस समय धान की नर्सरी का महत्वपूर्ण समय चल रहा है। किसान पानी के आस में प्रतिदिन राजवाहा की ओर टकटकी लगाए बैठे है ।
कुछ सुविधा सम्पन्न किसान तो निजी नलकूप या डीजल इंजन के सहारे पानी की व्यवस्था कर धान की नर्सरी व पशुओं के चारे का प्रबंध कर ले रहे है। लेकिन अधिकतर लघु व सीमान्त किसान नहरों पर ही निर्भर है।
अगर नहर व राजवाहा समय से नही चला तो इनकी खेती पिछड़ जाएगी।अमावल गांव के रामाश्रय सिंह,राहुल सिंह,पनारू सिंह,श्यामलाल,बरठी गांव के शिवजी सिंह का कहना है कि सकलडीहा राजवाहा में पानी न छोड़ने से सैकड़ो गांव के हजारों किसानों की खेती प्रभावित है।
क्योंकि इस राजवाहा से कई माइनर निकली हुई है। ऐसे में सभी किसान आस लगाए बैठे है। नियम के मुताबिक 2 जून तक राजवाहा में पानी छोड़ दिया जाता है।
लेकिन विडम्बना यह है कि आज तक पानी नही छोड़ा गया। इनलोगो ने जल्द राजवाहा में पानी छोड़े जाने की मांग जिला प्रशासन से किया है।
इस संबंध में सिंचाई विभाग के एसडीओ सुधीर कुमार ओझा का कहना है कि हा कुछ लेट हुआ है। लेकिन राजवाहा में एक या दो दिन में पानी छोड़ दिया जाएगा।
रिपोर्ट अलीम हाशमी