अमेठी के अपर जिला अधिकारी अर्पित गुप्ता की सक्रियता और प्रशासनिक सुधारों ने जिले में एक नई दिशा दी है। 12 दिसंबर की रात को किए गए औचक निरीक्षण ने यह साबित कर दिया कि प्रशासनिक तंत्र को मजबूत बनाने के लिए सही समय पर की गई कार्रवाई कितनी महत्वपूर्ण होती है।
अर्पित गुप्ता ने रैन बसेरा और आश्रम स्थान असैदापुर का निरीक्षण करते हुए वहां की व्यवस्थाओं में सुधार की दिशा में सख्त निर्देश दिए। उनका यह कदम न केवल संबंधित अधिकारियों को जागरूक करता है, बल्कि आम नागरिकों के बीच प्रशासन के प्रति विश्वास को भी मजबूत करता है। रैन बसेरा में रह रहे लोगों के लिए बेहतर सुविधाओं की दिशा में सुधार के कदम उठाए गए, जिससे वहां के लोग संतुष्ट हुए।
उनके नेतृत्व में प्रशासन ने सुधारात्मक कदम उठाए हैं, जिससे सरकारी विभागों और कार्यालयों में अनुशासन की नई परिभाषा स्थापित हुई है। उनकी कार्यशैली ने प्रशासनिक तंत्र को एक नई दिशा दी है, जहां अधिकारी अपने कार्यों में पूरी तरह से जिम्मेदार और जवाबदेह होते हैं।
अर्पित गुप्ता की जनसुनवाई में तत्परता और त्वरित निर्णय लेने की क्षमता ने उन्हें जनता के बीच अत्यधिक लोकप्रिय बना दिया है। यह उनकी सक्रियता ही है, जो प्रशासन को जनता के प्रति संवेदनशील और जिम्मेदार बनाती है।
अर्पित गुप्ता के नेतृत्व में अमेठी ने प्रशासनिक सुधारों में बड़ी सफलता प्राप्त की है, जो अन्य जिलों के लिए भी एक आदर्श बन चुका है। उनकी कार्यशैली और निष्ठा ने उन्हें अमेठी का प्रशासनिक नायक बना दिया है।
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