वाराणसीः अबकी बार शरद पूर्णिमा के दिन चंद्र ग्रहण पड़ने की वजह से काफी लोग असमंजस में है और काफी लोगों का प्रश्न है, कि शरद पूर्णिमा को बनने वाली "खीर" कब बनाएं और उसका चन्द्रमा और भगवान को भोग कब लगाए..?
आपकी जानकारी के लिए बताना चाहेंगे कि अबकी बार शरद पूर्णिमा के दिन चंद्र ग्रहण रहेगा और शरद पूर्णिमा की किरणें दूषित रहेगी। अतः जो शरद पूर्णिमा पर्व का मुख्य उद्देश्य है कि चंद्रमा की अमृतमय किरणें हमारी "खीर" पर पड़े और वह खीर अमृतमय बन जाए, जिससे हमें आरोग्य प्राप्त हो सके, वो शरद पूर्णिमा का उद्देश्य अबकी बार चंद्र ग्रहण की वजह से संभव नहीं हो पाएगा इसीलिए गुमराह मत होइए रात्रि 2:30 पर स्नान करने के बाद खीर बनाकर चन्द्रमा क़ो भोग लगाए।।
वैसे आप कभी भी खीर बनाएं, भगवान के भोग लगाएं और फिर शौक से खाएं। लेकिन अबकी बार शरद पूर्णिमा की यह अमृतमय प्रक्रिया संभव करने के लिए आप रात क़ो 2:30 पर स्नान करके खीर बनाकर चन्द्रमा क़ो भोग लगाए,क्यों कि खीर मै चन्द्रमा की शुद्ध किरणे पड़नी चाहिए वो सम्भव होगा रात्रि 2:30 am के बाद।
चंद्रग्रहण में अपनी राशि के अनुसार मनोकामना पूर्ण करने के लिए करे मंत्र जाप और कैसे करे
आचार्य BP आध्यात्मिक ज्योतिष गुरूजी के अनुसार चंद्रग्रहण काल में अपने इष्टदेव के मंत्रों का जाप करना चाहिए। इसमें आप भगवान विष्णु के मंत्र ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय, भगवान शिव के मंत्र ऊँ नम: शिवाय, महामृत्युंजय मंत्र,गायत्री मंत्र भगवान गणेश के मंत्र श्री गणेशाय नम: का जाप कर सकते हैं।
अपनी राशि के अनुसार मंत्र
मेष- ॐ आदित्याय नमः का जाप करें।
वृष- ॐ शं शनैश्चराय नमः का जाप करें।
मिथुन- ॐ बृं बृहस्पतये नमः का जाप करें।
कर्क- ॐ ऐं गुरुवे नमः का जाप करें।
सिंह- आदित्य ह्रदय स्तोत्र का पाठ करें।
कन्या- ॐ बृं बृहस्पतये नमः का जाप करें।
तुला- ॐ शं शनैश्चराय नमः का जाप करें।
वृश्चिक- ॐ रां राहवे नमः का जाप करें।
धनु- ॐ शं शनैश्चराय नमः का जाप करें।
मकर- ॐ शं शनैश्चराय नमः का जाप करें।
कुम्भ- ॐ ऐं गुरुवे नमः का जाप करें।
मीन- विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें।
चंद्र ग्रहण में सावधानी
किसी भी ग्रहण का असर सबसे ज्यादा गर्भवती महिलाओं पर होता है। क्योंकि ग्रहण के वक्त वातावरण में नकारात्मक ऊर्जा ज्यादा होती है। ग्रहण काल के दौरान गर्भवती महिलाओं को घर से बाहर नहीं निकलने की सलाह दी जाती है। बाहर निकलना जरूरी हो तो गर्भ पर चंदन और तुलसी के पत्तों का लेप कर लें, कुशा साथ लेकर निकलें। इससे ग्रहण का प्रभाव गर्भ में पल रहे शिशु पर नहीं होगा।
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ग्रहण काल के दौरान यदि खाना जरूरी हो, तो सिर्फ खानपान में उन्हीं वस्तुओं का उपयोग क, जिनमें सूतक लगने से पहले तुलसी पत्र या कुशा डला गया हो। गर्भवती महिलाएं ग्रहण के दौरान चाकू, छुरी, ब्लेड, कैंची जैसी काटने की किसी भी वस्तु का प्रयोग न करें। इससे गर्भ में पल रहे बच्चे के अंगों पर बुरा असर पड़ सकता है। इस दौरान सुई धागे का प्रयोग भी वर्जित है। ग्रहण काल के दौरान भगवान का नाम लेने के अलावा कोई दूसरा काम न करें।
चंद्र ग्रहण में प्रभाव
ग्रहणकाल में कई हानिकारक किरणों का प्रभाव रहता है। इसलिए कई ऐसे कार्य हैं जिन्हें ग्रहण काल के दौरान नहीं किया जाता है। ग्रहणकाल में अन्न, जल ग्रहण नहीं करना चाहिए। ग्रहणकाल में स्नान न करें। ग्रहण समाप्ति के बाद स्नान करें। ग्रहण को खुली आंखों से न देखें। चंद्र ग्रहण देखने से आंखों पर कोई बुरा असर नहीं होता। ग्रहणकाल के दौरान गुरु प्रदत्त मंत्र का जाप करते रहना चाहिए।
चंद्र ग्रहण में मिलेगा लाभ
ग्रहण के बाद घी और खीर से हवन करने से लाभ होता है। यदि लंबे समय से किसी बीमारी से ग्रसित हैं तो उसमें आराम मिलता है। चंद्र देव की आराधना करना चाहिए, यदि चंद्रमा कमजोर स्थिति में है तो 'ऊं चंद्राय नम:' मंत्र का जाप करने से लाभ मिलेगा। प्राणायाम और व्यायाम करना चाहिए, सोच को सकारात्मक रखना चाहिए। चंद्रग्रहण समाप्त होने के बाद घर में शुद्धता के लिए गंगाजल का छिड़काव करना चाहिए। स्नान के बाद भगवान की मूर्तियों को स्नान करा कर उनकी पूजा करें। जरूरतमंद व्यक्ति और ब्राह्मणों को दान करना चाहिए।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब भी ग्रहण लगता है तो ग्रह और नक्षत्रों के चाल बदल जाते हैं, जिससे हमारे जीवन में इसका महत्त्व बढ़ जाता है. कभी ग्रहों की चाल किसी के लिए शुभ होता है, तो किसी के लिए अशुभ फल लेकर आता है। हम आपको अपने इस लेख में बताएंगे कि चंद्र ग्रहण के दिन आप ऐसा कौन से मंत्र का जाप करें कि चंद्र ग्रहण में ग्रहों का चाल आपके जीवन में शुभ फल लेकर आए।
ग्रहण के दिन इस मंत्र का जाप अवश्य करें
1- "ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ऐं ॐ स्वाहा" अगर आप ग्रहण के समय इस मंत्र का जाप करते हैं तो इससे मां लक्ष्मी सदैव आपसे प्रसन्न रहेंगी.आप पर कभी दुखों का साया नहीं मंडराएगा.
2-जो लोग व्यापार में वृद्धि और अच्छी नौकरी पाना चाहते हैं तो इस मंत्र का जाप करना फलदायी साबित होगा, और ये है वो मंत्र "ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद-प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्म्यै नम:"
3- जो लोग मुकदमा जितने की तलाश में हैं तो इस मंत्र का जाप करना बेहद शुभ होता है, ये है वो मंत्र "ॐ ह्लीं बगलामुखी सर्वदुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तंभय जिह्ववां कीलय बुद्धि विनाशय ह्लीं ओम् स्वाहा"
4- अगर शत्रुओं से आप परेशान हैं तो इस मंत्र का जाप करें, ये है वो मंत्र "ॐ ह्लीं बगलामुखी देव्यै सर्व दुष्टानाम वाचं मुखं पदम् स्तम्भय जिह्वाम कीलय-कीलय बुद्धिम विनाशाय ह्लीं ॐ नम:"।।
ग्रहण के बाद स्नान करके सफ़ेद वस्तु चावल चीनी दूध वस्त्र आदि दान करना चाहिए।
रिपोर्टः धनेश्वर साहनी