ग्रामीणों ने लगाया तकनीकी सहायक पर हेराफेरी का आरोप
खंड विकास अधिकारी ने ग्रामीणों को दिया भरोसा जांचोपरांत होगी कार्यवाही
Chandauli: स्थानीय विकास खण्ड मनरेगा तकनीकी सहायकों के सहयोग से लूट का अढ्ढा बन गया है। तकनीकी सहायक सारे नियम कानून को तक पर रखकर कार्यालय में बैठक इस्टीमेट बनाने से लेकर एम्बी करने तक का कार्य कर रहे है।उनको बस लूट में हिस्सेदारी से मतलब है। इनके कार्यप्रणाली का नजारा ग्राम पंचायत तियरी में देखने को मिला। जहां मनरेगा के आईडी संख्या 3171008051/LD/958486255824386349 के द्वारा राजिन्दर के घर से डेहरी पुल तक नहर की पूर्वी बाही पर मिट्टी का कार्य किया गया।
मिट्टी का कार्य 23 सितम्बर से शुरू होकर 6 अक्टूबर तक चला जिसमें लगभग 35 से 40 मजदूरों ने कार्य किया है। लेकिन नहर की उसी पटरी पर बड़े -बड़े अरहर के पेड़ दिखाई दे रहे है। वही नहर मे पानी चल रहा तो खेत में धान की फसल लहलहा रही है।ऐसी दशा में मिट्टी का कार्य कैसे कराया गया सोचने वाला विषय है। जबकि उक्त कार्य की मोबाईल मानेटरिंग सिस्टम द्वारा हाजिरी बनाई गयी है।उक्त कार्य खुलेआम मनरेगा कार्य की धज्जियां उड़ा रही है। इससे पता चलता है कि कोई भी कर्मचारी कार्य स्थल पर जाना मुनासिब नहीं समझ रहा है।जिसका नाजायज फायदा तकनीकी सहायक उठा रहे है। बिना साईड पर गये कार्यो की एम्बी कर दे रहे हैं।
गांव में नियुक्त तकनीकी सहायक राजीव सिंह से इसके बारे में पूछा गया तो उन्होंने ने बताया कि कार्य पूर्व में हो चुका है। मस्टर रोल बाद में निकला है।नहर की पटरी पर हाईब्रिड अरहर लगाई गयी है।इसी कारण अरहर के पौधे बड़े दिखाई दे रहे है।इस बारे में डीसी मनरेगा रविन्द्र कुमार चतुर्वेदी ने कहां कि कार्य के बारे में जानकारी मिली है। बीडीओ को अवगत कराया गया है। रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्यवाही की जायेगी।