चंदौलीः लोकसभा क्षेत्र में चुनावी सरगर्मी तेज होती जा रही है। यहां विभिन्न राजनीतिक दलों की ओर से प्रत्याशियों के नाम की घोषणा कर दी गई है। समाजवादी पार्टी की ओर से प्रत्यासी वीरेंद्र सिंह के सामने मुश्किलें कम होती नहीं नजर आ रही हैं।
आपको मालूम हो कि समाजवादी पार्टी के पूर्व सांसद रामकिशुन यादव और पूर्व विधायक मनोज सिंह अभी भी चुनावी जनसभाओं में दिखाई नहीं दे रही हैं। जबकि प्रत्याशी ने दोनों नेताओं से मिलकर उन्हें मनाने की कोशिश की थी।
सकलडीहा से सपा विधायक प्रभुनारायण सिंह यादव ने पार्टी प्रत्याशी के लिए चुनावी प्रचार-प्रसार में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है। ऐसे में सपा नेताओं की मौन बगावत के चलते चंदौली में पार्टी दो धड़ों में बंटती हुई दिख रही है।
माना जा रहा कि स्थानीय नेताओं की नाराजगी का कारण यह है कि चंदौली लोकसभा सीट से सपा प्रत्याशी वीरेंद्र सिंह कई दलों में रह चुके हैं। ऐसे में पार्टी नेता उनका नेतृत्व स्वीकार करने की जगह दूरी बना रहे हैं। पूर्व सांसद रामकिशुन यादव और सैयदराजा से निर्दलीय चुनाव जीतने वाले मनोज सिंह की दूरी साफ दिख रही है।
वीरेंद्र सिंह के लिए राहत की बात है कि सकलडीहा से सपा के वर्तमान विधायक प्रभुनारायण सिंह यादव लगातार प्रत्याशी और संगठन के साथ बने हैं।