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वाराणसी पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने मृतक आश्रित फाइल दबाने वाले दरोगा को निलंबित कर दिया। कमिश्नरेट में मृतक आश्रित पत्रावलियों के निस्तारण में लापरवाही बरतने के बाद उसके खिलाफ विभागीय जांच भी शुरू हो गई है। कार्यालय में मृतक आश्रितों की फाइल देखने वाल लिपिक (दरोगा) भी पिता की मौत पर मृतक आश्रित में नौकरी पाया है।
मंगलवार को मृतक आरक्षी की पत्नी ने पुलिस कमिश्नर से मुलाकात कर शिकायत दर्ज कराई। बताया
कि उसके पति स्वर्गीय हेमंत कुमार आरक्षी थे और डयूटी के दौरान 10 महीने पर पहले उसकी मौत हो गई। मृत्यु उपरांत सभी दस्तावेज के साथ पत्रावली जमा कराई और पिछले 6 माह से अपनी मृतक आश्रित
भर्ती से संबंधित फाइल के लिये दरोगा (लिपिक) राज किशोर के पास चक्कर लगा रही है, उसकी पत्रावली दरोगा राजकिशोर आगे नहीं भेज रहे।