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मीरजापुर | अपना भारतीय सनातन पार्टी के संस्थापक शेषधर पांडे ने एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से कहा कि जनता जनार्दन का ध्यान सरकार द्वारा किये जा रहे निरंतर लोकतंत्र की हत्या की तरफ ले जाना चाहूंगा। वर्तमान में एक माह पूर्व से ही लोकसभा के चुनाव की नामांकन प्रक्रिया पूरे भारत में चल रही है।
इसके पहले जितनी नई राजनैतिक पार्टियां है वे सभी चुनाव निशान आवंटित कराने के लिए निर्वाचन आयोग कार्यालय के सामने लगातार एकजुट होकर आवाज उठाती रही कि मुझे संविधान में निहित नियमों के तहत चुनाव चिन्ह आवंटित किया जाय किन्तु इस सरकार के गाइड लाइन के अनुपालन से 95 फिसदी पार्टियों को चिन्ह आवंटित नहीं किया गया। लोकल चुनाव निशान पर जब पार्टियों ने अपने प्रत्याशी मैदान में उतारे तो वहां भी जिलाधिकारी स्तर से नई पार्टियों का 95 फिसदी नामांकन रद्द कर दिया गया है। इसे अंग्रेजी हुकूमत की धौंस यदि न कहा जाय तो क्या कहा जाय।
ये सरकार तानाशाही रवैये पर उतर आयी है ये निरंतर अपने पावर का अतिक्रमण करके देश को 2047 तक मनमाने तरीके से चलाना चाहती है। जितने भी अधिकार संविधान द्वारा भारतीय नागरिक को प्राविधानित है यदि उससे शासन खोने का थोड़ा भी संशय हुआ तो संविधान की अनदेखी करने से यह सरकार बाज नहीं आती।
ऐसी सरकार की अपना भारतीय सनातन पार्टी पुरजोर भर्त्सना करती है।भारतीय सनातन पार्टी द्वारा भारत के भिन्न भिन्न प्रान्तों में 14 लोकसभा सीटों पर नामांकन किया गया है और सभी नामांकन सरकार द्वारा रद्द कर दिया गया है मीरजापुर में लगभग 36 नामाकंन दाखिल किये गये जिसमें से लगभग 26 नामांकन रद्द किये गये
जो इसका जीता जागता उदाहरण है | इस आशय की जानकारी कई पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्षों द्वारा प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से बताया गया है। इसके लिए पार्टी सरकार के विरूद्ध एक मुहिम चलाने की योजना तैयार कर रही है, ताकि लोकतांत्रिक भारत देश में लोकतंत्र की रक्षा हो सके।