मथुराः शीतकालीन चारधाम तीर्थयात्रा पूर्ण करने के बाद वृन्दावन स्थित उड़िया बाबा आश्रम पहुँचे पूज्यपाद ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शङ्कराचार्य स्वामिश्रीः अविमुक्तेश्वरानंदः सरस्वती '१००८' जी महाराज ने गौमाता को राष्ट्रमाता घोषित करने को लेकर देशभर से आए साधू-संतों, गौभक्तों धर्माचार्यों के संग बैठक में आंदोलन का आह्वान किया । कहा कि गौ माता का अस्तित्व खतरे में है परंतु सरकारें मौन है ज्योतिषपीठाधीश्वर शंकराचार्य महाजन ने कहा कि देश के 19 राज्यों में गौ माता को लेकर शख्त कानून हैं साफ है कि 29 राज्यों में से 19 राज्य गौ कानून के पक्ष में होने के बाद भी बहुमत को नकारा जा रहा है ।
शंकराचार्य महाराज ने कहा कि गौ माता को राष्ट्रमाता घोषित किए जाने के लिए निर्णायक लड़ाई लड़ने का संकल्प लेंने की आवश्यकता पर जोर देते हुए उन्होंने दिल्ली में 15 जनवरी से 21 जनवरी तक प्रबुद्ध नागरिकों, कानूनविदों, धर्माचार्यों के साथ अन्य कई बैठकें आयोजित करेंगे । फिर प्रयागराज में 6 फरवरी 2024 को गाय को राष्ट्रमाता घोषित किए जाने को लेकर गौ संसद का आयोजत किया जाएगा ।
बैठक में वक्ताओं ने गौमाता की दयनीय स्थिति पर चर्चा कर देश में गौ माता की रक्षा के लिए जनमानस के प्रयासों को सांझा किया । वक्ताओं ने गौ माता को लेकर शास्त्र सम्मत तर्क़ भी रखें । निर्णय लिया गया कि गौ माता को राष्ट्रमाता घोषित किए जाने को लेकर प्रधानमंत्री व राष्ट्रपति से भी मुलाकात करेंगे ।
मलूक पीठाधीश्वर द्वाराचार्य स्वामी राजेन्द्रदास जी महाराज ने ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शङ्कराचार्य स्वामिश्रीः अविमुक्तेश्वरानंदः सरस्वती '१००८' जी महाराज के दर्शन कर उनसे गौमाता राष्ट्रमाता सम्बन्धित विषय पर विस्तार से चर्चा की ।
श्री प्रदीप माथुर ने लिए शंकराचार्य जी महाराज के आशीर्वाद ।
आज के कार्यक्रम में मुख्यरूप से उपस्थित रहे सर्वश्री सहजानन्द ब्रह्मचारी , तीर्थानन्द ब्रह्मचारी , गौ -गंगा कृपाकांक्षी गोपाल मणि जी महाराज, किशोर दबे, काली महाराज, अनिरुद्धाचार्य जी, गोबर गोपाल , अजय गौतम , जयपाल सनातनी, प्रकाश दास महाराज, आर के अग्रवाल जी, विकास पाटनी, त्रिलोकी राणा, आचार्य आजाद सिंह आर्य, सतीश शर्मा आदि उपस्थित रहे।
उक्त जानकारी परमाराध्य परमधर्माधीश ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगदगुरु शंकराचार्य जी महाराज के मीडिया प्रभारी के माध्यम से प्राप्त हुई है।
रिपोर्ट- धनेश्वर साहनी