Shaurya News India
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सिगरा थाना क्षेत्र में एक समय आए दिन एटीएम के जरिए धोखाधड़ी के मामले सामने आते थे। इधर इन पर अंकुश लगता दिख रहा है। इसका सेहरा सिगरा इन्सपेक्टर संजय मिश्रा के सिर बंधा है। उन्होने नवंबर 2024 में जब थाने का चार्ज लिया तो अक्सर ऐसी शिकायतें आ रही थीं कि ग्राहक ने एटीएम में कार्ड डाला। सारी प्रोसेसिंग ठीक ढंग से हुई पर कैश नहीं निकल पाया। इन शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए इन्सपेक्टर ने सभी एटीएम पर सादे में पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगायी। तब पता चला कि इलाके में एटीएम जालसाजों का गैंग सक्रिय है। इस पर पूरा होमवर्क कर इन्सपेक्टर ने गैंग पर शिकंजा कसा और कई गिरफ्तारियां कीं। तब जाकर इस जालसाजी पर अंकुश लग पाया है। 
अनौपचारिक बातचीत में सिगरा इन्सपेक्टर ने बताया कि चार्ज लेने के बाद हमने पाया कि शिवपुरवा, चंदुआ और लल्लापुरा इलाके से लड़कियों की गुमशुदगी की शिकायतें ज्यादा आ रही हैं। इस पर पुलिस ने बेहद गंभीरता से काम किया और लगभग सात महीने में ही दो दर्जन लड़कियों की बरामदगी कर परिवार के हवाले किया। जहां जरूरत थी वहां मुकदमा दर्ज कर आरोपियों को जेल भेजा। इसके साथ ही सिगरा इन्सपेक्टर का यह भी दावा है कि रोडवेज के सामने लगने वाले जाम के समाधान के लिए भी पुलिस ने डग्गामारी पर रोक लगाने का हर संभव प्रयास किया। अपने कार्यकाल में कई दर्जन बस को पकड़ कर सख्त कार्रवाई की गई जिससे जाम से आम जनता को राहत मिली अवैध गुमटियां ठेले रोड पर जाम का कारण बनते थे उन्हें हटाने का कार्य भी किया गया
  आसपास की अवैध दुकानों को हटवा दिया। जिससे जाम की समस्या से निजात मिली..
इनसेट---थाने के सामने आॅनलाइन जुआ 3 साल से चल रहा था
सिगरा इन्सपेक्टर ने बताया कि चार्ज के समय पाया कि थाने के ठीक सामने वाले पार्क में कुछ लोग आॅनलाइन जुए का गोरखधंधा चला रहे हैं। आसपास ढेर सारी गुमटियां-ठेले भी लगते थे। जुआ बंद कराने के साथ अतिक्रमण भी हटवा दिया गया है। जिसमें काफी लोगों ने कोशिश किया नेताओं से लेकर  संचालक तक सिपाही के माध्यम से प्रयास किया लेकिन स्टिक आदेश होने के बाद जुआ हमेशा के लिए बंद.. 

 
इनसेट---आरक्षी से इन्सपेक्टर का सफरनामा 
बताते चलें कि सिगरा इन्सपेक्टर संजय मिश्रा बस्ती के मूल निवासी और 1991 बैच के आरक्षी हैं। अपनी मेहनत के चलते उन्होने इतने कम समय में ही इन्सपेक्टर का ओहदा हासिल किया है। उनके लगन की बानगी आईजीआरएस में भी दिखती है। आईजीआरएस में सिगरा को जनपद का सर्वश्रेष्ठ थाना माना गया है। इन शिकायतों की मॉनीटरिंग वह खुद करते हैं। महिला सब इंस्पेक्टर से  प्रतिदिन की मॉनिटरिंग होती है पीड़ित महिला के संबंध में समस्या का निवारण हुआ कि नहीं अगर नहीं होता है तो खुद बुलाकर उसका निवारण करते हैं..
अपने 9 महीने के कार्यकाल में दो दर्जन से अधिक बाइक चोरी का खुलासा किए जरिए मुखबिर और सभी को जेल भेजा गया सिगरा थाने में साफ सफाई को लेकर भी विशेष अभियान चलाया गया

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