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मुजफ्फरनगरः यूं तो यूपी का मुजफ्फरनगर जुर्म के लिए बदनाम है। यूं कहें कि इस शहर को क्राइम कैपिटल भी कहा जाता है। इसी शहर की नई मंडी कोतवाली क्षेत्र के अलमासपुर गांव में आधी रात को जितेंद्र के घर पर एक पार्टी हो रही थी। तीन दोस्त घर के टैरेस पर पार्टी कर रहे थे। शराब के जाम छलकाए जा रहे थे।

मयनोशी का ये सिलसिला धीरे धीरे अपने शबाब पर जा रहा था कि तभी एक दोस्त नें बड़ा सा चाकू उठाया और दूसरे दोस्त की गर्दन रेत दी। पल भर में ही दूसरा दोस्त लहूलुहान होकर ज़मीन पर गिर गया। छत पर शोर शराबा सुनकर लोग ऊपर की तरफ भागे तो देखा कि छत पर जितेंद्र खून से लथपथ पड़ा था। आनन फानन में पुलिस को इत्तिला दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने जितेंद्र के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने इलाके के सीसीटीवी खंगाले तो एक कैमरे में दो लोग स्टेशन की तरफ भागते दिखे। पुलिस ने स्टेशन पर दबिश दी और जितेंद्र के दोनों दोस्तों को रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने खुलासा किया है कि आरोपियों में से एक युवक ने बताया कि उसके सर पर काली माता आ गई थी और फिर उसने जितेंद्र का गला काट दिया।पुलिस को मृतक जितेंद्र के भाई मोंटू ने बताया कि रात 10:00 बजे जितेंद्र के साथ दोनों दोस्त आए थे। इन्होंने दारू पी रखी थी और खाना खाया। रात करीब 10:00 के बाद फिर यह तीनों वापस गए और फिर दोबारा दारू आदि लेकर आए और ऊपर टैरेस पर बैठकर पीने लगे। जिसके बाद चीखने की आवाज सुनकर मै छत पर गया तो जितेंद्र की लाश पड़ी थी। पुलिस के मुताबिक एक आरोपी देहरादून का है एवं दूसरा मीरापुर का रहने वाला है। मृतक जितेंद्र टेंट का काम करता था।

 

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