वाराणसी में दिल्ली से आई छात्रों की एक टीम ने शनिवार को शिवाला घाट पर एक बुजुर्ग महिला को देखा, जो बेहद असहाय अवस्था में थीं। शिक्षक सत्य विजय ने बताया कि टीम की छात्राओं ने मिलकर महिला को साड़ी पहनाई, तो वह भावुक होकर उनसे लिपट गईं और रोने लगी। स्थानीय तेलुगू भाषी नागरिक की मदद से पता चला कि महिला हैदराबाद की रहने वाली हैं। करीब 15 दिन पहले उनका बेटा उन्हें यहां छोड़कर चला गया है।
बुजुर्ग महिला आसपास से जो भी थोड़ा-बहुत मिलता, उसी को खा-पीकर गुजारा करती थी। सत्य विजय ने इस स्थिति की जानकारी बनारस के समाजसेवी अमन कबीर को फोन पर दी। समाजसेवा में व्यस्त अमन ने अगली सुबह महिला को सारनाथ स्थित काशी कुष्ठ सेवा आश्रम में भर्ती करवाने की बात कही। छात्र दल दोपहर 12 बजे तक महिला के साथ रहा, फिर अपने गंतव्य की ओर रवाना हो गया।