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चंदौली (उ. प्र) उद्योग जगत में पशु आहार उत्पादन में विशिष्ट योगदान के लिए किसान फाडर मिल्स प्रा. लिमलेड के निदेशक इंजीनियर नरेंद्र सिंह को चंदौली के जिलाधिकारी निखिल टी फुंडे ने रामनगर इंडस्ट्रियल एसोसिएशन द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में सम्मानित किया गयाl

 

 मूल रूप से मिर्जापुर के रहने वाले इंजीनियर नरेंद्र सिंह के पिता स्वर्गीय रविंद्र सिंह 1975 में 27 साल की अवस्था में रामनगर आए और ट्रांसपोर्ट का व्यवसाय शुरू किये नब्बे के दशक में उन्होंने इंडस्ट्रियल एरिया फेज 1 में एक फैक्ट्री स्थापित की जिसमें उन्होंने दूध वर्ष के नाम से पशु आहार का उत्पादन शुरू किया

 

उसे समय के तत्कालीन विधायक मुगलसराय छब्बू पटेल ने फैक्ट्री परिसर में दो नारियल के पेड़ लगाए थे जो फैक्ट्री परिसर में प्रवेश करने पर स्वागत द्वारका काम करता था छोटी बेटी का नाम वर्षा होने के कारण उन्होंने जो पशु आहार निर्माण करने का संकल्प लिया उसके नाम में अपनी बेटी का नाम जोड़ते हुए

 

"दूध वर्षा "के नाम से उसे प्रोडक्ट को मार्केट में उतारा और धीरे-धीरे बनारस के आसपास सभी जिलों में विख्यात हुआ उसी के कुछ वर्षों बाद सन 1995 में रविंद्र सिंह जी की आसामयिक मृत्यु हो गई और परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा नरेंद्र सिंह उन दिनों इंजीनियरिंग की पढ़ाई देहरादून में कर रहे थे

 

और और इंजीनियरिंग के टॉपर स्टूडेंट थे उनका और उनके स्वर्गीय पिता सपना था की वह अच्छी पढ़ाई लिखाई उच्च शिक्षा हासिल कर सरकारी सेवा में जाएं लेकिन स्थिति बस उनको फैक्ट्री की बागडोर संभालती पड़ी शुरुआत में काफी दिक्कतें आई वित्तीय समस्याएं भी आईं लेकिन उन्होंने फैसला लिया

 

कि अब पिता की विरासत और उन्होंने जो नीव रखी है और जिनका यह सपना था भारतवर्ष कृषि प्रधान क्षेत्र है और पशु आहार निर्माण करके हम अपने देश और किसानों जो भारतवर्ष की रीढ़ है उन्होंने अपनी अरमानों पर पानी फेरते हुए इस पशु आहार निर्माण के व्यवसाय को आगे बढ़ने का निर्णय लिया और पिताजी की लगाई हुई

 

फैक्ट्री को आगे बढ़ाने की सोच के साथ फैक्ट्री में उनके उत्तराधिकारी के रूप में भागीदारी करना सुनिश्चित किया एक वह समय है वह समय है जब उन्होंने फैक्ट्री में पदार्पण किया और एक अब समय है मैं आपको थोड़ा अतीत में ले चलता हूं दौर हां सन 2000 का मैं भी उसे समय व्यवसाय से जुड़ा हुआ था और पशु आहार कंपनियों में अच्छे माल सप्लाई का काम करता था

 

उसी दरमियान मेरी मुलाकात नरेंद्र सिंह जी से हुई हमने उनके यहां कुछ कच्चा माल नमक कन्ना इत्यादि भी आपूर्ति किया हमने देखा कि नरेंद्र के सामने काफी चुनौतियां थीं एक तो एक तो व्यवसाय क्षेत्र का कोई अनुभव नहीं दूसरा वित्तीय समस्याएं लेकिन उन्होंने सारी चुनौतियों को स्वीकार करते हुए और इंजीनियरिंग का छात्र होने के नाते उसका अनुसरण किया

 

और उच्च गुणवत्ता का पशु आहार निर्माण करना शुरू किया उन्होंने किसान फाडर मिल के नाम से किसान पशु आहार का उत्पादन करना शुरू किया और फैक्ट्री को प्राइवेट लिमिटेड का दर्जा दिलाया जो आज किसान फाडर मिल्स प्राइवेट लिमिटेड के नाम से जाना जाता है

 

और पूर्वांचल ही नहीं है पूरे देश और प्रदेश में उच्च गुणवत्ता के लिए निर्मित "किसान पशु आहार" ख्याति प्राप्त है आज वर्तमान में उक्त इंडस्ट्री का मुख्य उत्पादक केंद्र चंदौली जनपद में स्थित सिंहीतली के पास निर्मित नया औद्योगिक एरिया फेज टू में नई फैक्ट्री स्थापित है जहां अत्यधिक ऑटोमेटिक मशीनों द्वारा स्वचालित उच्च गुणवत्ता का पशु आहार का निर्माण किया जाता है

 

पशुपालकों और डेयरी फर्मों एवं पशु चिकित्सकों की एक सर्वे रिपोर्ट के अनुसार किसान पशु आहार में पशुओं के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए मिनरल्स विटामिंस सहित कुल 39 पोषक तत्वों का मिश्रण है जो गाय भैंसों के लिए लाभदायक है फैक्ट्री के निदेशक इंजीनियर नरेंद्र सिंह ने बताया की गोलोक वासी पिताजी सपनों को मूर्त रूप देने के लिए और "गौ सेवा समाज" सेवा का संकल्प लेकर हमारा यह प्रतिज्ञा है

 

की स्वर्गीय पूर्व प्रधानमंत्री और रामनगर के लाल लाल बहादुर शास्त्री के दिए गए नारे "जय जवान जय किसान" को शपथ लेते हुए उच्च गुणवत्ता का पशु चारा निर्माण करने के साथ राष्ट्र हित में अपना योगदान आजीवन देता रहूंगा 

 

रिपोर्ट - संतोष अग्रहरि

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