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मीरजापुर 11 अप्रैल 2025- मण्डलायुक्त विंध्याचल मंडल बालकृष्ण त्रिपाठी की अध्यक्षता में फार्मर रजिस्ट्री के प्रगति की समीक्षा वीडियो कान्फ्रेन्सिंग के माध्यम माध्यम से किया गया, जिसमें मण्डल के जनपद मीरजापुर से  मुख्य विकास अधिकारी/प्रभारी जिलाधिकारी विशाल कुमार, , जिलाधिकारी सोनभद्र बद्री नाथ सिंह, संयुक्त विकास आयुक्त रमेश चन्द्र, संयुक्त कृषि निदेशक अशोक उपाध्याय, उप कृषि निदेशक विकेश पटेल, तथा समस्त उप जिलाधिकारी, मीरजापुर, सहदेव मिश्र, अपर जिलाधिकारी, समस्त उप जिलाधिकारी एवं जय प्रकाश, उप कृषि निदेशक,  जनपद भदोही से, कुंवर वीरेन्द्र मौर्य, अपर जिलाधिकारी एवं समस्त उप जिलाधिकारी तथा डा0 अश्वनी कुमार सिंह, उप कृषि निदेशक उपस्थित रहे।
    संयुक्त कृषि निदेशक, विन्ध्याचल मण्डल, मीरजापुर द्वारा फार्मर रजिस्ट्री की प्रगति से मण्डलायुक्त को अवगत कराया गया। मण्डलायुक्त द्वारा तीनों जनपदों के प्रगति की समीक्षा की गयी समीक्षा में जनपद मीरजापुर में कुल 382737 पीएम किसान लाभार्थी कृषकों के सापेक्ष 176880 की फार्मर रजिस्ट्री पूर्ण किया गया है, जो 46.21 प्रतिशत, सोनभद्र में कुल 218128 के सापेक्ष 102899 फार्मर रजिस्ट्री पूर्ण किया गया, जो 47.17 प्रतिशत एवं भदोही की कुल 246899 पीएम किसान के लाभार्थी लक्ष्य के सापेक्ष 109997 फार्मर रजिस्ट्री पूर्ण किया गया, जो 44.55 प्रतिशत प्रगति पायी गयी। समीक्षा में लेखपाल के स्तर से जनपद मीरजापुर में 176880 फार्मर रजिस्ट्री पूर्ण है, परन्तु 25623 अप्रूवल हेतु पेंडिंग (14.49 प्रतिशत) है। सोनभद्र 218128 फार्मर रजिस्ट्री पूर्ण है, परन्तु 15733 अप्रूवल हेतु पेडिंग है (15.29 प्रतिशत है) एवं भदोही में 109997 फार्मर रजिस्ट्री पूर्ण किया गया है, जिसमें 16174 कृषकों का अप्रूवल हेतु पेंडिंग है (14.7 प्रतिशत है) आयुक्त महोदय द्वारा तीनों जनपदों को निर्देशित किया गया कि जो लेखपाल के स्तर से अप्रूवल पेंडिंग है उसे तत्काल अप्रूव कराएं एवं फार्म रजिस्ट्री के कार्य में प्रगति लाएं। मण्डलायुक्त द्वारा समस्त अधिकारियों को फार्मर रजिस्ट्री का कार्य शासन द्वारा निर्धारित समयावधि 30 अप्रैल, 2025 तक शत प्रतिशत पूर्ण कराए जाएं तथा यह भी निर्देशित किया गया कि प्रत्येक राजस्व ग्राम में 30.04.2025 तक फार्मर रजिस्ट्री कराने हेतु कैम्प आयोजित कराएं जाएं, कैम्प के लेखपाल, कृषि विभाग के कार्मिक, ग्राम सचिव, पंचायत सहायक, जनसेवा केन्द्र एवं ग्राम के कोटेदार के माध्यम से कृषकों का फार्मर रजिस्ट्री का कार्य पूर्ण कराएं। इस कार्य हेतु कृषकों को सूचित करने हेतु कैम्प तिथि से एक दो दिन पूर्व सम्बन्धित ग्राम में ग्राम प्रधान द्वारा डुग्गी/मुनादी करायी। कैम्प स्थल पर फार्मर रजिस्ट्री पूर्ण करने के साथ-साथ डोर-टू-डोर सर्वे कर सभी खतौनी धारक किसानों का फार्मर रजिस्ट्री सुनिश्चित किया जाए। श्री अशोक उपाध्याय, संयुक्त कृषि निदेशक द्वारा अवगत कराया गया कि नोडल कर्मी द्वारा राजस्व ग्रामवार एक ग्रामवार पंजिका तैयार किया जाए, जिसमें राजस्व ग्राम का नाम, कुल खतौनी धारक कृषकों की संख्या, फार्मर रजिस्ट्री पूर्ण/अवशेष एवं अवशेष का कारण इत्यादि अंकित किया जाए तथा इस कार्य में जो भी समस्या आए उसे अपने जनपद के उप कृषि निदेशक को अवगत कराएं।

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