
वाराणसी- 3मार्च। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति, उप्र के बैनर तले बनारस में भिखारीपुर स्थित हनुमानजी मंदिर पर एक विशाल विरोध प्रदर्शन हुआ जिसमें वक्ताओं ने बिजली के निजीकरण के पीछे भारी भ्रष्टाचार की आशंका जताते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री मा. योगी आदित्यनाथ जी से अपील की है कि वे प्रभावी हस्तक्षेप कर निजीकरण की प्रक्रिया निरस्त कराने की कृपा करें। संघर्ष समिति के आह्वान पर आज हजारों बिजली कर्मचारियों ने शक्ति भवन, मुख्यालय का घेराव कर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। बिजली कर्मियों के विरोध प्रदर्शन के चलते निजीकरण हेतु ट्रांजैक्शन कन्सल्टेंट नियुक्त करने की टेक्निकल बिड नहीं खोली जा सकी।
संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि आज शक्तिभवन पर हुये जबरदस्त विरोध प्रदर्शन से आज टेकनिकल बिड नहीं खोली जा सकी और ये अब टेक्निकल बिड खोले जाने की अगली तारीख 10 मार्च निर्धारित की गयी है। संघर्ष समिति के आह्वान पर आज राजधानी लखनऊ के अलावा प्रदेश के समस्त जनपदों और परियोजना मुख्यालयों पर जोरदार विरोध प्रदर्शन हुए। संघर्ष समिति ने ऐलान किया है कि
जबतक निजीकरण की चल रही प्रक्रिया पूरी तरह निरस्त नहीं की जाती तबतक संघर्ष जारी रहेगा। बिजली के निजीकरण के विरोध में प्रदर्शन का आज 96वाँ दिन है।
संघर्ष समिति ने कहा कि ट्रांजेक्शन कंसलटेंट नियुक्त करने की प्रक्रिया में कॉन्फ्लिक्ट ऑफ इंटरेस्ट का प्राविधान आर.एफ.पी डॉक्यूमेंट में पहले रखा गया था। जनवरी के महीने में इसे अचानक हटा दिया गया।
इससे ट्रांजेक्शन कंसलटेंट की नियुक्ति में भी भ्रष्टाचार की आशंका बलवती हो जाती है। उन्होंने कहा कि इस प्राविधान को हटाकर किये जा रहे निजीकरण में भारी घोटाला होने वाला है।
पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम एवं दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम की 42 जनपदों की परिसम्पत्तियों का आज तक कोई मूल्यांकन नहीं किया गया है। साथ ही इन दोनों निगमों के रेवेन्यू पोटेंशियल का आंकलन भी नहीं किया गया है।
संघर्ष समिति ने कहा कि रेवेन्यू पोटेंशियल का आंकलन किये बिना और परिसम्पत्तियों का मूल्यांकन किये बिना निजीकरण की प्रक्रिया जारी रखना इलेक्ट्रिसिटी एक्ट 2003 के सेक्शन 131 का खुला उल्लंघन है।
ट्रांजेक्शन कंसलटेंट नियुक्त करने में कॉन्फ्लिक्ट ऑफ इंटरेस्ट के प्राविधान को हटाना सीवीसी की गाइडलाइन्स का उल्लंघन है। संघर्ष समिति की सभाओं में आज प्रदेश के मा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी पर पूरा विश्वास व्यक्त किया गया। संघर्ष समिति ने मा. मुख्यमंत्री जी से अपील की है कि निजीकरण जैसे मामले पर बड़े घोटाले की आशंका के मद्देनजर वे प्रभावी हस्तक्षेप कर निजीकरण की सारी प्रक्रिया निरस्त करने की कृपा करें।
सभा को सर्वश्री ई0नरेंद्र वर्मा,ई0 मायाशंकर तिवारी,वेद प्रकाश राय,संदीप कुमार,रामकुमार झा, सौरभ श्रीवास्तव, रंजीत पटेल,ई0 एस0के0 सिंह,रमाशंकर पाल, वेदप्रकाश राय,जमुना पाल, राजेश पटेल,उदयभान दुबे आदि ने संबोधित किया।
रिपोर्ट धनेश्वर सहनी
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