![Shaurya News India](backend/newsphotos/1713266950-862ba923-c4ca-4d88-a7e7-6f51c4c0871d.jpg)
वाराणसीः ओरल हेड एंड नेक कैंसर जागरूकता सप्ताह के अवसर डी यस रिसर्च सेंटर द्वारा सेमिनार का आयोजन किया गया। जिसमें शहर के विभिन्न विशेषज्ञों ने अपने विचारों को साझा किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रसिद्ध कैंसर सर्जन सुधीर सिंह, दंत विशेषज्ञ और सर्जन शांतनु बाजपेई के साथ डी यस रिसर्च सेंटर की आयुर्वेदाचार्य कशिका सिंह ने प्रजेंटेशन के माध्यम से कैंसर से बचाव ,सावधानियों , उपचार और देखभाल पर चर्चा की। ![](http://shauryanewsindia.co.in/backend/newsphotos/1713266946-1028661536.jpg)
डॉ सुधीर ने विशेष रूप से युवा आबादी में मौखिक कैंसर के बढ़ते प्रसार को रोकने और मूल कारणों को संबोधित करने के लिए जागरूकता अभियान और निवारक उपायों की तत्काल आवश्यकता है। डॉक्टरों ने कैंसर का जल्दी पता लगाने और बेहतर परिणामों में मदद के लिए लक्षणों के प्रति सतर्क रहने की भी महत्वपूर्ण सलाह दी।
आयुर्वेदाचार्य कशिका सिंह ने बताया कि ओरल कैंसर के लक्षणों को पहचानना, जल्दी पता लगाने और हस्तक्षेप के लिए महत्वपूर्ण है। इनमें लगातार मुंह के छाले, लाल या सफेद धब्बे, मुंह के अंदर सूजन या गांठ, निगलने में कठिनाई, आवाज का भारी होना, गर्दन या गले में सूजन और बिना कारण वजन कम होना शामिल हैं,'' उन्होंने तंबाकू और शराब से परहेज करने, HPV जोखिम को कम करने के लिए सुरक्षित यौन संबंध बनाने, सूरज की क्षति से बचाने के लिए सनस्क्रीन का उपयोग करने और जल्दी पता लगाने के लिए नियमित रूप से मौखिक जांच कराने जैसी रोकथाम रणनीतियों का भी आह्वान किया।
ब्रांडिंग हेड विनय त्रिपाठी ने कहा कि कैंसर को लेकर हमारी संस्था लगातार आयुर्वेद पद्धति से लोगों का इलाज कर रही है। देश के विभिन्न राज्यों से लोग यहां पहुंचते हैं हम इलाज के साथ-साथ समय-समय पर जागरूकता अभियान भी चलाते हैं और विशेष पर पर डॉक्टर के साथ एक गहरी मंथन भी किया जाता है।
कार्यक्रम में वाराणसी के कई प्रसिद्ध अस्पतालों की आहार विशेषज्ञ मौजूद थी। साथ ही डी यस रिसर्च सेंटर की आहार विशेषज्ञ मंजरी बाजपेयी ,क्लीनिक इंचार्ज सुनील सिंह, एच आर सुरभि सिंह, सृस्टि जायसवाल के साथ ब्रांडिंग हेड विनय त्रिपाठी उपस्थित रहे| कार्यक्रम का उद्देश्य लोगों में पान गुटखा और अन्य मद्यपान से होने वाले कैंसर से लोगों को जागरूक करने का है |
रिपोर्ट- धनेश्वर साहनी