Shaurya News India
इस खबर को शेयर करें:

कैमूर।चांद उचित मुआवजा को लेकर 2 जनवरी से जारी अनिश्चितकालीन धरना शनिवार को भी जारी रहा। भारत माला परियोजना के तहत वाराणसी रांची टु कोलकाता एक्सप्रेस-वे निर्माण के लिए अधिकृत पीएनसी इंफ्राटेक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के बेस कैंप स्थल मसोई पर किसान उचित मुआवजा को लेकर पिछले 68 वां दिन धरना पर बैठे रहे।

अनिश्चितकालीन धरना में शामिल विमलेश पांडेय अध्यक्ष अनिल सिंह सचिव किसान संघर्ष मोर्चा कैमूर ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा बढा हुआ मुआवजा धरना में शामिल किसानों को ही मिलेगा। उन्होंने ने कहा किसानों का शोषण संघर्ष नहीं करने के चलते होता है।

विमलेश पांडेय ने कहा आने वाले समय में धरना स्थल पर सेड का निर्माण किया जाएगा। अनिल सिंह ने कहा कैमूर जिले में किसानों के आंदोलन इतिहास में दर्ज होगा। उन्होंने ने किसानों से कहा अनिश्चितकालीन धरना में किसानों की उपस्थिति बढाई जानी चाहिए।

भारतीय किसान यूनियन अध्यक्ष ने कहा 15 मार्च को किसानों को भभुआ आने के लिए आह्वान किया। उन्होंने ने कहा किसान आंदोलन को कमजोर करने के लिए भू अर्जन पदाधिकारी के बयान का विरोध करने के लिए जिला मुख्यालय पर किसानों के द्वारा प्रदर्शन किया जाएगा।

अध्यक्ष ने किसानों को भारी संख्या में भभुआ आने का आह्वान किया। भारत माला परियोजना एक्सप्रेस-वे निर्माण एवं एन एच 219 बाई पास चौरी करण के लिए की गई भूमि अधिग्रहण में किसानों को बाजार मूल्य से बहुत कम मुआवजा दिया जा रहा है।कम मुआवजा को देखते हुए किसान सड़क निर्माण की बहिष्कार कर रहे हैं। किसानों ने पिछले साल से लगातार आंदोलन चला रहे हैं

।2 जनवरी को उत्तर प्रदेश की सीमा से पदयात्रा कर पीएनसी इंफ्राटेक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के बेस कैंप स्थल मसोई में अनिश्चितकालीन धरना पर बैठे हुए हैं। धरना के 68 वां दिन कई गांवों के किसान धरना पर बैठे रहे। धरना में  अवधेश सिंह सत्येन्द्र सिंह श्याम सुन्दर राजेंद्र सिंह आदि दर्जनों किसान शामिल हुए।

रिपोर्ट  जयशंकर तिवारी

इस खबर को शेयर करें: