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चंदौली सकलडीहा। सोमवार को जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान सकलडीहा, चंदौली के न्यू ऑडिटोरियम हॉल में प्राथमिक एवं कम्पो0 विद्यालय के प्राथमिक स्तर के शिक्षकों का पांच दिवसीय एकीकृत शिक्षक प्रशिक्षण सोमवार से प्रारंभ हो गया। डायट प्राचार्य विकायल भारती की अध्यक्षता में प्रशिक्षण का शुभारंभ मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन कर किया गया। आगामी माह तक कुल छः चरण में सम्पन्न होने वाले इस प्रशिक्षण में जनपद के 982 शिक्षक/ शिक्षिकाओं को व्यापक प्रशिक्षण डायट द्वारा प्रदान किया जाएगा। इस अवसर पर प्रशिक्षणार्थियों को संबोधित करते हुए प्राचार्य विकायल भारती ने कहा सभी प्रतिभागी आगामी पांच दिवसीय प्रशिक्षण को पूर्ण मनोयोग से लें। जिससे शिक्षण के दौरान इसका लाभ लिया जा सके, जिससे बच्चों में बेहतर अधिगम की प्राप्ति हो। प्रशिक्षण प्रभारी डॉ० जितेन्द्र सिंह ने बताया कि प्रशिक्षण के अन्तर्गत आगामी पांच दिवसों में विभिन्न  संदर्भ दाताओं द्वारा प्राथमिक शिक्षा के परिप्रेक्ष्य में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 एवं राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा (विद्यालयी शिक्षा)-2023, निपुण भारत अभियान, कला एवं संगीत, एन.सी.ई.आर.टी. पुस्तकों का उन्मुखीकरण, प्राथमिक स्तर पर हिन्दी एवं अंग्रेजी भाषा शिक्षण, गणित शिक्षण, अनुभवात्मक शिक्षण एवं पुस्तकालय, शिक्षण योजना व पाठ योजना, नैतिक शिक्षा एवं मूल्यबोध, जीवन कौशल, कक्षा प्रबंधन व विद्यालय प्रबंधन, नवाचारी शिक्षण, शिक्षण में आई0सी0टी का प्रयोग, समावेशी शिक्षा, पर्यावरण शिक्षा, आकलन एवं समग्र प्रगति पत्र, नेतृत्व क्षमता संवर्धन एवं सामुदायिक सहभागिता ,स्वास्थ्य शिक्षा एवं खेल संस्कृत/उर्दू भाषा शिक्षण, सुरक्षा-संरक्षा जैसे महत्वपूर्ण विषय पर प्रशिक्षण प्रदान किया जायेगा। प्रशिक्षण के प्रथम दिवस पर  डॉ० बैजनाथ पांडेय, डॉ० स्वाती राय, डॉ० मंजु कुमारी, संदीप दुबे ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 एवं राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा (विद्यालयी शिक्षा)-2023, स्वास्थ्य शिक्षा एवं खेल, कला एवं संगीत शिक्षण, निपुण भारत पर सत्र लिया। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य प्रारंभिक स्तर पर विद्यार्थियों के सीखने के प्रतिफल में सुधार कर उनकी भावी शिक्षा की नींव को सुदृद्ध करने हेतु प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षकों का क्षमता संवर्धन करना है। अवधारणाओं की समझ, रचनात्मकता एवं तार्किक सोच का विकास, 21वीं सदी के अपेक्षित जीवन कौशलों के विकास, समावेशी एवं सुरक्षित विद्यालयी बातावरण के सृजन हेतु विभिन्न प्रकार की गतिविधियों को स्थान देना है। इस मौके पर  डॉ० रोशन कुमार सिंह, डॉ० अज़हर सईद ने प्रशिक्षण पर अपने विचार साझा किए। इस अवसर पर संतोष गुप्ता, प्रवीण कुमार राय, केदार यादव, इन्दु श्रीवास्तव, रमाशंकर यादव एवं अन्य लोग उपस्थित रहे।

रिपोर्ट अलीम हाशमी

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