Shaurya News India
इस खबर को शेयर करें:

 

चहनियाँ/चंदौली      ब्लॉक संसाधन केंद्र, चहनियां, जनपद चंदौली में बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान (Foundational Literacy and Numeracy – FLN) के पाँच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ गुरुवार को खंड शिक्षा अधिकारी  सुरेंद्र प्रताप सहाय की अध्यक्षता में हुआ। इस अवसर पर विकासखंड के विभिन्न परिषदीय विद्यालयों से कक्षा 1 से 5 तक अध्यापन करने वाले शिक्षकों ने उत्साहपूर्वक भागीदारी की।

 


इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य प्राथमिक स्तर पर अध्यापन कर रहे शिक्षकों की क्षमता वृद्धि करना है ताकि वे बच्चों में पढ़ने-लिखने और संख्या ज्ञान की बुनियादी दक्षताओं का विकास प्रभावी ढंग से कर सकें। यह पहल निपुण भारत मिशन की उपलब्धि को गति प्रदान करेगी तथा सभी बच्चों को कक्षा अनुसार अपेक्षित अधिगम परिणाम तक पहुँचाने में सहायक होग l

 


प्रशिक्षण में कुल 100 शिक्षकों ने प्रतिभाग किया। बेहतर संचालन के लिए प्रतिभागियों को दो समूहों (50-50) में विभाजित किया गया और समानांतर रूप से दो हॉल में प्रशिक्षण सत्र संचालित किए गए। इस व्यवस्था से प्रत्येक शिक्षक को प्रशिक्षण में सक्रिय रूप से भाग लेने और अपनी शंकाओं का समाधान प्राप्त करने का अवसर मिला l

 


प्रशिक्षण को सफलतापूर्वक संचालित करने हेतु अकादमिक रिसोर्स पर्सन (ARP) की टीम ने संदर्भदाता के रूप में सर्वेश नंदन त्रिपाठी, रणविजय सिंह, दीपक कुमार केसरी, रामकुवर सिंह यादव तथा फैसल उमर अंसारी  रहे। इन सभी ने अपने अनुभव और विशेषज्ञता के आधार पर विभिन्न गतिविधियों, चर्चाओं तथा व्यावहारिक अभ्यासों के माध्यम से शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया।

 


साथ ही सहयोगी संस्था लैंग्वेज एंड लर्निंग फाउंडेशन (LLF) से ब्लॉक अकादमिक कोऑर्डिनेटर श्री जितेंद्र कुमार एवं जिला भाषा विशेषज्ञ श्री रणधीर कुमार लगातार प्रशिक्षण में उपस्थित रहे। उन्होंने विभिन्न सत्रों में सहभागिता करते हुए प्रक्रियाओं को जोड़ने, सामग्रियों की स्पष्टता प्रदान करने और शिक्षकों को नई रणनीतियाँ समझाने का कार्य किया l

 


खंड शिक्षा अधिकारी  सुरेंद्र प्रताप सहे ने अपने उद्बोधन में कहा कि यह प्रशिक्षण न केवल शिक्षकों की पेशेवर दक्षता बढ़ाएगा बल्कि बच्चों में सीखने की जिज्ञासा और आत्मविश्वास को भी प्रोत्साहित करेगा। उन्होंने सभी प्रतिभागी शिक्षकों से अपेक्षा व्यक्त की कि वे प्रशिक्षण से प्राप्त ज्ञान और अनुभव को अपने विद्यालयों में लागू करेंगे ताकि प्रत्येक बच्चा पढ़ने, लिखने और गणना करने में दक्ष बन सके।

 

रिपोर्ट-आलिम हाशमी

 

 

इस खबर को शेयर करें: