मीरजापुरः शुक्रवार को राष्ट्रीय पुस्तक न्यास, भारत की अनोखी साहित्यिक पहल गंगा पुस्तक परिक्रमा 8 दिसंबर को उत्तरप्रदेश के मीरजापुर पहुंची। अपर जिलाधिकारी वि0/रा0 शिव प्रताप शुक्ल ने फीता काटकर व हरी झण्डी दिखाकर सचल पुस्तक प्रदर्शनी वाहन का शुभारंभ किया। उन्होंने इस अनोखे अभियान की सराहना करते हुए कहा कि ‘‘राष्ट्रीय पुस्तक न्यास, भारत की इस पहल से गंगा नदी के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ रही है। ऐसे प्रयास जनमानस को नदियों के संरक्षण के लिए प्रेरित करते हैं।’’
विदित है कि राष्ट्रीय पुस्तक न्यास, भारत की गंगा सचल पुस्तक प्रदर्शनी के वाहन में बच्चों, युवाओं व उनके अभिभावकों के लिए अनेक भारतीय भाषाओं में पुस्तकें प्रदर्शन और विक्रय हेतु उपलब्ध हैं। इन कार्यक्रमों के जरिये राष्ट्रीय पुस्तक न्यास ने पहल की है कि गंगा किनारे बसे नगर, कस्बों, गाँवों और शहरों में जाकर वहाँ बच्चों और युवाओं को नदी संरक्षण के लिए प्रेरित करने के साथकृसाथ उनमें पुस्तकें पढ़ने की आदत को बनाया रखा जाए। पुस्तक प्रोन्नयन के उद्देश्य से राष्ट्रीय पुस्तक न्यास ‘नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेले’ और अलगकृ अलग राज्यों में पुस्तक महोत्सव का आयोजन करता है। 9 से 17 दिसंबर के बीच ‘गोमती पुस्तक महोत्सव’ और 16 से 24 दिसंबर के बीच ‘पुणे पुस्तक महोत्सव’ का आयोजन एनबीटी, इंडिया का ही एक प्रयास है।
रिपोर्ट- भोलानाथ यादव