चहनियांlचंदौली तीन दिन तक तीब्र गति से पानी बढ़ने के बाद गुरुवार की रात में गंगा का जलस्तर थम गया है । भुसौला बाणगंगा नदी से होते हुए पानी पुनः मुकुंदपुर के खेतों में पहुच गया है । फिर पानी बढ़ने की आशंका को लेकर ग्रामीण भयभीत है । मारूफपुर चौकी इंचार्ज ने बाढ़ ग्रस्त गांवो का दौरा कर लोगो को आश्वशन दिया ।
लगातार तीन दिनों तक गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ने के बाद तटवर्ती गांव के ग्रामीणों की पुनः बाढ़ और दुश्वारियों को लेकर चिंता बढ़ गयी थी किन्तु गुरुवार की रात में पानी थमने के बाद ग्रामीणों ने राहत की सांस ली । पिछली बार जलस्तर सात अगस्त से घटना शुरू हुआ था । पिछली बार का ही बाढ़ का पानी अभी ताल और खेतों से हटा नही कि बीस दिन बाद पुनः तीब्र गति से जलस्तर बढ़ने लगा है ।
गगां तटवर्ती गांव भुपौली,डेरवा,महड़ौरा, कांवर , पकड़ी,महुअरिया, विसुपुर , महुआरी खास , सराय , बलुआ , डेरवाकला, महुअर कला, हरधन जुड़ा, गंगापुर, पुराबिजयी , पुरागणेन, चकरा, हरधनजुड़ा,सोनबरसा, टांडाकला, महमदपुर,सरौली,तीरगावा, हसनपुर,बड़गांवा,नादी निधौरा , सहेपुर आदि तटवर्ती गांवों के किसानों और ग्रामीणों की हजारों एकड़ उपजाऊ जमीन पहले ही बाढ़ के दौरान गंगा में समाहित हो चुकी है । गंगा का जलस्तर घाट छोड़ काफी नीचे चला गया था ।
तीन दिनों में गंगा की तीब्र गति से पानी पुनः भुसौला बाणगंगा नदी होते हुए मुकुंदपुर के ताल में पहुच गया । यदि पानी दो दिन और तेजी से बढ़ता तो गांवो में घुस जाता । पुनः बाढ़ की स्थिति होने पर मारूफपुर चौकी इंचार्ज अमित सिंह ने तटवर्ती गांव भुसौला,शेरपुर सरैया,बडगांवा,जमालपुर,तीरगांवा आदि गांवो में गंगा किनारे निरीक्षण कर ग्रामीणों को आश्वाशन दिया ।
वही गंगा किनारे न जाने की हिदायत दिया । किसानों का कहना है कि फसल एक जलमग्न हो चुकी थी जो फसल नष्ट हो गयी थी । दोबारा खाद बीज डालकर फसल तैयार कर ही रहे थे कि पुनः गंगा का पानी फसल को नष्ट कर दिया । किसानों के चेहरे पर मायूसी छा गयी ।
रिपोर्ट अलीम हाशमी