Shaurya News India
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चंदौली गंगा के थोड़ी थोड़ी बढ़ते जलस्तर से ग्रामीणों में भय व्याप्त है । रात भर में करीब डेढ़ से दो सेंटीमीटर पानी बढ़ा है । बलुआ घाट पर शव जलाने के लिए रखा लकड़ी के पास पानी घुस गया । टाण्डा में रिहायशी इलाकों में पानी घुसने लगा है । तटवर्ती गांव के ग्रामीणों में दहशत व्याप्त है ।

 


बीते शुक्रवार की रात से गंगा के जलस्तर में बढ़ोत्तरी निरंतर जारी है। तटवर्ती ग्रामीणो के अनुसार पांच  दिनों में जलस्तर करीब बीस फीट दस इंच बढ़ा है । गंगा के बढ़ाव से आसपास के नदियों जैसे बाड़गंगा सहित अन्य नालों से आगे बढ़कर रिहायशी इलाकों को अपने आगोश में लेने को आतुर दिखने लगी है।

 

तटवर्ती गांव रौना, कुरहना, कैली, कांवर,महुअरिया,बिसुपुर,महुआरी खास, बलुआ, डेरवा, महुअरकला, पूरा विजयी, पूरा गनेश, चकरा, सोनबरसा, टांडाकला, टांडाखुर्द, सरौली, महमदपुर, जमालपुर, हसनपुर, भूसौला, सरैया, बड़गांवा, पुरवा, निधौरा, सैफपुर, मुकुंदपुर, कूरा आदि गांवों के ग्रामीणों में एक तरफ गंगा कटान की चिंता सताने लगी है तो दूसरी तरफ गांव में पानी भरने व विषैले जानवर का खतरा सताने लगा है ।

 

कई गांवो में फसलों के नष्ट होने को लेकर उलझने बढ़ने लगी है । बलुआ में तीन दिन पहले ही श्मशान स्थल,स्नान स्थल,महिला चेंजिंग रूम,टीनशेड में बना यात्री विश्रामालय आदि सब डूब गया था ।

 

जो अब निषाद बस्ती की तरफ पानी बढ़ने लगा है । बलुआ घाट पर रखा शव जलाने वाला लकड़ी भी डूब गया है । दुकानदार जल्दी जल्दी डूबे लकड़ियों को हटाने लगे है । वही टाण्डाकला के रिहायशी इलाकों में भी पानी घुस गया है । तटवर्ती गांव के ग्रामीण लगातार बारिश व जलस्तर बढ़ने से भय में है ।

 

रिपोर्ट अलीम हाशमी 

 

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