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इकॉनमीः  जापान के हालिया आंकड़ों के मुताबिक देश तीसरे से चौथे नंबर पर खिसक सकता है जबकि जर्मनी तीसरे नंबर पर आ सकता है।
■  किसी जमाने में जापान अमेरिका को पछाड़ने के करीब पहुंच गया था लेकिन 1990 के दशक में उसकी इकॉनमी में ठहराव आ गया था। आज चीन भी उसी स्थिति से गुजर रहा है।
■  जर्मनी यूरोप की सबसे बड़ी इकॉनमी है लेकिन उसे भी कई मोर्चों पर संघर्ष करना पड़ रहा है। इसे विपरीत भारत दुनिया में बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में सबसे तेजी से बढ़ रहा है। 
■  पिछले साल भारत की इकॉनमी सबसे तेजी से बढ़ी थी और आईएमएफ के मुताबिक अगले दो साल भी ऐसा ही अनुमान है।
■  2023 में डॉलर टर्म में जर्मनी की इकॉनमी जापान से आगे पहुंच जाएगी। लेकिन जर्मनी के भी आर्थिक हालात ठीक नहीं हैं। यूरोप की सबसे बड़ी इकॉनमी में महंगाई चरम पर है, एनर्जी की कीमत आसमान छू रही है और ग्रोथ में ठहराव आ गया है।
■  जापान और जर्मनी की आबादी में बुजर्गों की संख्या बढ़ रही है, प्राकृतिक संसाधन घट रहे हैं और कारों के एक्सपोर्ट्स में उन्हें कड़ी टक्कर मिल रही है।
■  आईएमएफ के आंकड़ों के मुताबिक भारत के साल 2026 में जापान और 2027 में जर्मनी से आगे निकलने का अनुमान है। लेकिन जापान और जर्मनी में जिस तरह के हालात हैं, उससे भारत के जल्ही ही इन देशों से आगे निकलने का अनुमान है।

*फोर्ब्स के मुताबिक अभी अमेरिका 27.974 ट्रिलियन डॉलर के साथ दुनिया की सबसे बड़ी इकॉनमी है। चीन 18.566 ट्रिलियन डॉलर के साथ दूसरे, जर्मनी 4.730 ट्रिलियन डॉलर के साथ तीसरे और जापान 4.291 ट्रिलियन डॉलर के साथ चौथे नंबर पर है। भारत 4.112 ट्रिलियन डॉलर के साथ दुनिया की पांचवीं बड़ी इकॉनमी है।

रिपोर्ट- जगदीश शुक्ला

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