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मऊ: प्रदेश के माध्यमिक विद्यालयों में कार्य कर रहे तदर्थ शिक्षकों की सेवा समाप्ति सरकार का तुगलकी फरमान, 29 नवंबर को शिक्षा निदेशक कार्यालय पर धरना प्रदर्शन. उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रांतीय संरक्षक रामजन्म सिंह ने कहा कि सरकार द्वारा विद्यालयों में शिक्षकों और कर्मचारियों के पद को सर प्लस किया गया,तत्पश्चात माध्यमिक शिक्षा अधिनियम की धारा 12 धारा 18 और धारा 21 को अधिनियम में नहीं जोड़ा और फिर तदर्थ शिक्षकों की सेवा समाप्ति का फरमान जारी कर दियाॉ.
वे मऊ जनपद के एक प्लाजा में शिक्षकों की बैठक में कहे,ऐसे तुगलकी फरमान को सरकार से तत्काल वापस लेने की मांग की ,इसके विरोध में आगामी 29 नवंबर को शिक्षा निदेशक, 18 पार्क रोड लखनऊ में व्यापक स्तर पर धरना प्रदर्शन आयोजित है जिसमें शिक्षकों से भारी संख्या में पहुंचने की अपील की, जिलाअध्यक्ष अवनीश कुमार सिंह ने कहा कि वर्तमान सरकार शिक्षकों का लगातार उत्पीड़न कर रही है प्रदेश के शिक्षक एवं कर्मचारी प्रदेश सरकार की कार्यप्रणाली से बहुत आक्रोशित हैं उन्होंने तदर्थ शिक्षकों को तत्काल बहाल करने एवं विनियमित करने की मांग की.
मंडलीय मंत्री अशोक मौर्य ने संघ को विश्वास दिलाया की तदर्थ शिक्षकों के साथ पूरा शिक्षक समाज खड़ा है कोई भी कुर्बानी देने की आवश्यकता पड़ेगी तो हम पीछे नहीं हटेंगे,जिला मंत्री विनीत प्रताप राय ने कहां की तदर्थ शिक्षकों को सरकार 1981में 1993 में और 2016 में विनियमित करने का आदेश जारी कर चुकी है कुछ शिक्षक विनियमित नहीं हो पाए जिनकी सेवाएं 25 से 30 साल हो गई है उनको नौकरी से निकाला जाना घोर अन्याय है,कोषाध्यक्ष मुश्ताक अली मंसूरी ने शिक्षक समाज और राष्ट्र का गौरव है तदर्थ शिक्षकों को तत्काल बहाल करते हुए उनकी सेवा सुरक्षा सुनिश्चित की जाए शिक्षकों को निरर्थक प्रताड़ित न किया जाए,
पूर्व जिला अध्यक्ष कुलदीप, मीडिया प्रभारी बृजेश कुमार गि रि,जिले के उपाध्यक्ष देवेंद्र नाथ राय,अभिषेक कुमार सिंह जिला कार्यकारिणी के सदस्य अमरनाथ मिश्र, सुभाष चंद्र शर्मा,मुन्नन सिंह, रमाकांत यादव, योगेंद्र कुमार, लक्ष्मी शंकर यादव, अशरफ अली, अनिल कुमार,कृष्ण मोहन सिंह, अजय बहादुर सिंह, राजेंद्र सिंह दुबारी,अविनाश सिंह, कमलेश कुमार,सहित जनपद के दर्जनों प्रधानाचार्य ने भी तदर्थ शिक्षकों की सेवा समाप्ति को तत्काल वापस लेने की सरकार से मांग की है.
रिपोर्ट- आजमी