चन्दौलीः पतित पावनि, मोक्षदायिनी माँ भागीरथी के तट बलुआ स्थित पश्चिम वाहिनीं गंगा तट पर गंगा सेवा समिति बलुआ के द्वारा मंगलवार की देर शाम को नवरात्रि व भारतीय नव वर्ष के अवसर पर विशेष भव्य गंगा आरती श्रृंगार हुई । माँ गंगा की आरती के पश्चात सभी गंगा सेवकों ने हर हर महादेव और हर हर गंगे के नारों से उद्घोष करते हुए माँ गंगा मे किसी भी प्रकार की गंदगी नही करेंगे यह संकल्प लेते हुए शपथ लिया ।
हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी भारतीय नव वर्ष व नवरात्रि के पहले दिन देर शाम को गंगा सेवा समिति द्वारा भव्य गंगा आरती हुई । भारतीय नव वर्ष की परंपरा को जिंदा रखते हुए आरती के पश्चात एक दूसरे को बधाई दिया । वही देर रात तक चले गोष्ठी के माध्यम से गंगा को स्वच्छ रखने पर चर्चा किया । समिति के अध्यक्ष दीपक जायसवाल ने बताया की महाभारत में कहा गया है''पुनाति कीर्तिता पापं द्रष्टा भद्र प्रयच्छति। अवगाढ़ा च पीता च पुनात्या सप्तम कुलम'' । गंगा का उच्चारण करने मात्र से पापों का नाश होता है । दर्शन करने वालों लोगों का गंगा कल्याण करती है और स्नान करने वालों की सात पीढ़ियों तक को गंगा पवित्र करती है । इसलिए हमारी जिम्मेदारी है की हमें आने वाले पीढ़ियों के लिए गंगा का संरक्षण करना हमारी जिम्मेदारी बनती है। इन्हें स्वच्छ रखना हम सबकी की जिम्मेदारी बनती है ।
इस दौरान राजेश साहनी,बृजेश साहनी,अशोक मोन्दनवल,राजेश सोनकर,मनीष कुमार,बिपिन कुमार,धीरज मोदनवाल,अजीत,अंकित,कल्लू,रवि,बहादुर सोनकर आदि लोग उपस्थित थे ।
रिपोर्ट- अलीम हाशमी









