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चंदौली। व्यक्ति यदि कुछ पाने की इच्छाशक्ति बना ले तो, जीवन की कोई भी उपलब्धि उसके लिए असंभव नहीं होती। यह बातें सामाजिक एवं राजनीतिक कार्यकर्ता ज्ञानेंद्र यादव ज्ञानू पर बिल्कुल फिट बैठती हैं।

अपनी सामाजिक और राजनीतिक व्यस्तताओं के बावजूद उन्होंने पूर्वांचल विश्वविद्यालय से शारीरिक शिक्षा जैसे कठिन विषय में शोध किया। विगत 14 नवंबर को इनके शोध निर्देशक डॉ. गौतम ने इन्हें डाक्टरेट की उपाधि प्रदान की।


   रविवार को क्षेत्र के चहनियां बाज़ार में ज्ञानेंद्र ज्ञानू के आगमन की सूचना पर स्थानीय निवासियों ने बुके देकर उनका सम्मान किया। इस अवसर पर ज्ञानेंद्र ज्ञानू ने कहा कि पढ़ने, लिखने और सीखने की कोई उम्र नहीं होती। व्यक्ति जब चाहे जहां से चाहे इसकी शुरुआत कर सकता है। 


  इस अवसर पर राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय प्रयागराज के डॉ. सर्वेश कुमार, विपिन यादव बिक्कू, गुड्डू यादव राजेश कुमार आदि लोग मुख्य रूप से उपस्थित थे

 

रिपोर्ट आलिम हाशमी

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